उदयपुर। जय हनुमान रामचरित मानस प्रचार समिति ट्रस्ट मेवाड़ की ओर से प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी शरद पूर्णिमा का पावन पर्व आगामी 6 अक्टूबर को भव्य हर्षोल्लास पूर्वक मनाया जा रहा है। इसी के तहत मोती मगरी गेट के सामनें फतहसागर पर सुंदरकाण्ड पाठ, नौका में संकीर्तन एवं सागर महाआरती का संाय 4 बजे आयोजन होगा।
समिति संस्थापक पं. सत्यनारायण चैबीसा ने बताया कि उक्त पर्व वर्ष 2006 में आस्था, भक्ति एवं परंपरा के साथ शुभारंभ हुआ था जब उदयपुर की समस्त झीलें सूख चुकी थी, तब हमारी समिति द्वारा ईश्वर से वर्षा की कामना हेतु पांच दिवसीय विशेष महायज्ञ अनुष्ठान किया गया। उसी वर्ष झीलें लबालब भर गई उसी क्षण समिति द्वारा संकल्प लिया गया कि यदि वर्षा होती है तो आगामी 11 वर्षों तक फतहसागर की चलती हुई नौका में सुंदरकांड पाठ किया जायेगा। इसी संकल्प की सिद्धि के साथ यह आयोजन अब एक वार्षिक परंपरा बन चुका है जिसमें एक और दिव्य कड़ी जुड़ चुकी है।
इस वर्ष से सुंदरकांड पाठ के साथ-साथ फतहसागर झील किनारे सागर महाआरती का भी दिव्य आयोजन होगा। दीपों से सजी झील की लहरों पर जब भक्ति की आरती गूंजेगी तो मानों स्वयं देवताओं का आह्वान होगा।
सुरों की मण्डली के संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया कि इस अवसर पर सुरों की मण्डली की ओर से ओम जय जगदीश की सागर आरती की जायेगी। झील किनारे मंचीय कार्यक्रम एवं संत प्रवचन,नाव में भव्य सुंदरकांड पाठ,सामूहिक संकीर्तन एवं भजन प्रस्तुति,जल संरक्षण एवं पर्यावरण हेतु जागरूकता संदेश, 109 दीपों से सजी फतहसागर पर सागर महाआरती,खीर का प्रसाद वितरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।
शरद पूर्णिमा महोत्सव-2025 के तहत फतहसागर पर होगा सुंदरकाण्ड पाठ, नौका में संकीर्तन एवं सागर महाआरती
