उदयपुर। सेक्टर 4 श्री संघ में विराजित श्रमण संघीय जैन दिवाकरिया महासाध्वी डॉ.संयमलताजी म. सा.,डॉ.अमितप्रज्ञा म.सा., कमलप्रज्ञा म.सा., सौरभप्रज्ञा म.सा. आदि ठाणा 4 के सानिध्य में वर्तमान आचार्य शिव मुनि म.सा. की जन्म जयंती के निमित्त महामंगलकारी अनुष्ठान का आयोजन हुआ।
धर्म सभा को संबोधित करते हुए साध्वी संयमलता ने कहा कि संत की उपस्थिति समाज सेवा है।संत का मौन प्रवचन है। संत का सानिध्य पथ दर्शन है। संत का दर्शन, चिंता मुक्ति की औषधि है। आचार्य श्री शिव मुनि के जीवन में ज्ञान की गंगा, दर्शन की यमुना और चरित्र की सरस्वती का विशिष्ट संगम है। आचार्य श्री नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों के पर्याय तथा स्वस्थ समाज संरचना के प्रेरणा स्त्रोत है। आचार्य प्रवर श्री अरिहंत प्रभु की भक्ति से हमें जोड़ देते हैं।