ताडोबा अंधारी टाइगर रिज़र्व में हुआ आयोजन, मध्य भारत के राज्यों की भागीदारी
उदयपुर, 2 जुलाई। सेवानिवृत्त मुख्य वन संरक्षक (CCF) और ग्रीन पीपल सोसाइटी के अध्यक्ष राहुल भटनागर को भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीनस्थ राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा आयोजित क्षेत्रीय टाइगर कंजर्वेशन समीक्षा बैठक में श्री भटनागर को अध्यक्षता हेतु आमंत्रित किया गया था।
यह महत्वपूर्ण बैठक 1 जुलाई 2025 को महाराष्ट्र स्थित ताडोबा अंधारी टाइगर रिज़र्व में सम्पन्न हुई, जिसमें मध्य भारत के पाँच प्रमुख राज्यों — मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़ — के फील्ड डायरेक्टर्स ने भाग लिया। बैठक के तहत इन राज्यों में बाघ संरक्षण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना, चुनौतियों की पहचान करना और भविष्य की रणनीतियों पर विस्तृत विमर्श किया गया।
श्री भटनागर, जो वर्तमान में राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण के विशेषज्ञ सदस्य के रूप में कार्यरत हैं, को उनके दीर्घकालिक अनुभव, चलते इस बैठक की अध्यक्षता के लिए आमंत्रित किया गया था।
बैठक में श्री भटनागर ने बाघों के संरक्षण के साथ-साथ वन्यजीवों के आवासों की रक्षा, सामुदायिक भागीदारी, पारिस्थितिकी तंत्र संतुलन, और तकनीकी नवाचारों के समावेश पर जोर दिया।
उन्होंने डिजिटल ट्रैकिंग, कैमरा ट्रैपिंग, मानव-पशु संघर्ष समाधान, और बाघों के कोर व बफर ज़ोन में पारिस्थितिक सुधार की दिशा में ठोस कदमों की जरूरत पर प्रकाश डाला।
भटनागर ने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े अधिकारियों कार्मिकों की फील्ड में आने वाली समस्याओं का प्राधिकरण के सहयोग से निस्तारण किया जाएगा । उन्होंने फील्ड में किए जाने वाले नवाचारों को संपूर्ण देश के अन्य परियोजनाओं में भी लागू करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास करने की बात कही।