20 किलोमीटर नये रेलमार्ग का सर्वेक्षण करवा कर इसे उदयपुर रेलमार्ग से जोड़ने की मांग की
उदयपुर, 6 अगस्त—- राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने मंगलवार को राजस्थान में टिंटोई से मोडासा (गुजरात) तक 20 किलोमीटर नये रेलमार्ग का सर्वेक्षण करवा कर इसे उदयपुर रेलमार्ग से जोड़ने की मांग की।
श्री चुन्नीलाल गरासिया ने राज्यसभा में विशेष उल्लेख (स्पेशल मेन्सन) के दौरान भारत सरकार से मांग की और कहा कि राजस्थान राज्य के विश्व-प्रसिद्ध पर्यटक स्थल उदयपुर में पिछले कई वर्षों से पर्यटकों के आने की संख्या मे काफी बढ़ोतरी हुई है. जिसका मुख्यकारण रेल मार्ग की सुविधा का पर्याप्त होना। माननीय प्रधानमंत्री व रेल मंत्री के अथक प्रयासों से उदयपुर-असारवा (अहमदाबाद) तक रेल-आमान परिर्वतित कर नया रेलमार्ग शुरू करवा दिया गया तथा देश के कई राज्यो को जोड़ने के लिए नई रेलगाड़ियां भी उदयपुर सिटी से शुरू करवा दी गई। इसके लिए उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का कोटी कोटी आभार जताया।
श्री गरासिया ने बताया कि उदयपुर-संभाग क्षेत्र से कई उद्योगपति, गरीब, मजदूरवर्ग, नौकरी-पैशा लोग अपने रोजगार के लिए मुंबई के लिए आवागमन रेल द्वारा करते हैं, परंतु वर्तमान में जो रेल मार्ग शुरू किया गया है, वह उदयपुर से असारवा (अहमदाबाद) तक किया गया है। वहां से मुंबई के लिए अन्य ट्रेने पकड़नी पड़ती है, जिससे रेलयात्री, छोटे बच्चे, बुजुर्ग काफी परेशान होते हैं. यदि यही रेलमार्ग टिंटोई से मोडासा (गुजरात) जो 20 किलोमीटर तक का एक टुकड़ा बचा है, इस मार्ग पर रेल लाईन बिछा दी जाए तो वाया बड़ौदा उदयपुर रेलमार्ग से मुंबई के लिए सीधा रेल मार्ग जुड़ जाएगा जिससे उद्योगपति, गरीब, मजदूरवर्ग, नौकरी-पैशा लोगो और पर्यटकों को मुंबई से उदयपुर आने-जाने में समय और धन दोनों की बचत होगी।
इसके लिए उन्होंने टिंटोई से मोडासा (गुजरात) तक 20 किलोमीटर नये रेलमार्ग का सर्वेक्षण करवा कर इसे उदयपुर रेलमार्ग से जोड़ने का मांग रखी है जिससे आमजन वाया बड़ौदा होते हुए मुंबई तक पहुंच सके, इससे समय व दूरी की बचत होगी और उदयपुर आने के लिए पर्यटकों को सीधा रेल मार्ग भी मिल जाएगा और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
ब्लॉक संसाधन व्यक्तियों के चयन के लिए आवेदन आमंत्रित
उदयपुर, 6 अगस्त—- ग्रामीण विकास विभाग के दिशा-निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक लेखा परीक्षा व जवाबदेही पारदर्शिता सोसायटी में अंकेक्षण कार्य हेतु ब्लॉक संसाधन व्यक्तियों के अस्थाई आधार पर एक वर्ष के लिए चयन हेतु आवेदन आमंत्रित किये गये है। मनरेगा के जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि आवेदन निर्धारित प्रपत्र में जिला परिषद स्तर पर ईमेल आईडी एचआरपी डॉट रिक्रूटमेंट डॉट उदयपुर एटदीरेट जीमेल डॉट कॉम के माध्यम से 7 अगस्त से ऑनलाइन किए जाएंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 21 अगस्त रखी गई है।
इस प्रक्रिया के तहत आवेदन की संख्या 108 रखी गई है जिसमें 87 टीएसपी व 21 नॉन टीएसपी क्षेत्र के लिए निर्धारित है। सामाजिक अंकेक्षण के अनुसार मानदेय 500 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति दिवस रहेगा। आवेदन के लिए निर्धारित पात्रता के अनुसार आवेदक का स्नातक होने के साथ सूचना प्रौद्योगिक/कम्प्यूटर कार्य में दक्षता व आरकेसीएल द्वारा करवाए कम्प्यूटर प्रशिक्षण आरएससीआईटी का प्रमाण पत्र होना जरूरी है। इसके लिए आयु सीमा 21 से 64 वर्ष रखी गई है।