राजसमंद। सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ ने आज मेड़ता और डेगाना विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया।
दौरे की शुरुआत उन्होंने कुड़की (मीरा बाई की जन्मस्थली) से की, जहाँ उन्होंने पूजा-अर्चना कर अपने क्षेत्र की जनता के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
इसके पश्चात वे रियाबड़ी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं। इस अवसर पर मेड़ता सिटी विधायक श्री लक्ष्मणराम कलरू भी उपस्थित रहे।
उद्घाटन समारोह में सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ ने शिक्षा पर अपने विचार रखते हुए कहा की शिक्षा सबसे बड़ा दान होता है, और यह एक पुण्य कार्य है। जो शिक्षा में योगदान देता है, वह समाज में बड़ा योगदान करता है।
शिक्षा एक दीपक है — यदि परिवार में एक व्यक्ति भी शिक्षित हो जाता है, तो पूरा परिवार रोशन हो जाता है।”
उन्होंने विद्यालय के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वे प्रार्थना करती हैं कि यह विद्यालय क्षेत्र का नाम रोशन करे और यहां से निकलने वाले विद्यार्थी अपने जीवन में उच्च मुकाम प्राप्त करें।
सांसद ने यह भी आश्वासन दिया कि विद्यालय की अन्य आवश्यकताओं को पूर्ण कराने के लिए प्रयास किया जाएगा।
इसके पश्चात सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ डेगाना विधानसभा क्षेत्र के बिकरणियां कलां पहुँची, जहाँ उन्होंने श्री काली माता मंदिर में प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लिया।
इस भव्य आयोजन का सफल संचालन रेगर समाज द्वारा किया गया, जिन्होंने मंदिर निर्माण एवं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रेगर समाज की सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था की सराहना करते हुए सांसद महिमा कुमारी ने कहा कि काशी के गंगा किनारे मां काली की सुंदर प्रतिमा है, और जब मैंने यहाँ मां काली के दर्शन किए, तो मुझे काशी की छवि नजर आई।
मेवाड़ और मारवाड़ से मेरा पुराना रिश्ता है जैसा कि मेवाड़ राजघराने का इतिहास दर्शाता है, आप सब मेरा परिवार हो और मुझे हमेशा की तरह अपने परिवार से मिलकर अच्छा लगता है।
मुंबई में रहकर भी लोग अपने गाँव के लिए काम कर रहे हैं, यह दर्शाता है कि लोग अपने मूल से जुड़े हुए हैं।
मैं मां काली से प्रार्थना करती हूं कि वे हमें आशीर्वाद दें ताकि हम अपने मूल से जुड़े रहें और अपने पूर्वजों एवं बड़ों से मिले संस्कारों का पालन करते हुए सर्व समाज के लिए काम करें।”
इस संपूर्ण दौरे में क्षेत्रीय जनता ने सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके विचारों की सराहना की।
रेगर समाज सहित समस्त ग्रामवासियों ने इस धार्मिक आयोजन को एक सामाजिक एकजुटता के प्रतीक रूप में प्रस्तुत किया।