राजसमंद : ‘हल्दीघाटी विजय दिवस‘ स्वतंत्रता, स्वाभिमान, आत्मसम्मान की रक्षा का प्रतीक – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा

वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान
आमजन की सक्रिय भागीदारी से अभियान बना जन आंदोलन
मुख्यमंत्री ने राजसमंद झील पर की पूजा अर्चना, सिंदूर का पौधा लगाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
जन सभा में मुख्यमंत्री को सुनने बड़ी संख्या में उमड़े लोग, प्रभु द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन कर लिया आशीर्वाद
प्रदर्शनी में जल संरक्षण के कार्यों, नवाचारों, वंदे गंगा अभियान के तहत गतिविधियों की दिखी झलक
जल संरक्षण से ‘हरियालो राजस्थान‘ की परिकल्पना होगी साकार
 – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम‘ के तहत आमजन से की पौधारोपण की अपील

राजसमंद/जयपुर, 18 जून। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा बुधवार को राजसमंद दौरे पर रहे। उन्होंने यहाँ प्रभु श्री द्वारकाधीश जी के दर्शन कर राजसमंद झील की पूजा अर्चना करने के पश्चात भिक्षु निलयम में विशाल सभा को संबोधित किया।

पुलिस लाइन हेलिपेड पर पहुंचते ही मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का बड़ी संख्या में आए जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। किसी ने जिला प्रशासन के नवाचार ‘मिशन वृंदा’ के तहत बने तुलसी के गमले भेंट किए तो कोई प्रभु श्रीनाथजी की मनोरम छवि लेकर पहुंचा। मुख्यमंत्री हर व्यक्ति से आत्मीयता से मिले।
मुख्यमंत्री यहाँ से सीधे प्रभु श्री द्वारकाधीश जी के मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने आरती में भाग लेकर प्रभु श्री द्वारकाधीश जी का आशीर्वाद लिया। दर्शन पश्चात मंदिर मण्डल पदाधिकारियों ने उनका समाधान पद्धति से स्वागत किया और प्रसाद की टोकरी भेंट की।
यहाँ से वे सीधे राजसमंद झील स्थित ऐतिहासिक नौ चौकी पाल पहुंचे जहां विधिवत झील की पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री ने झील की आरती भी की और इसके पश्चात सिंदूर का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री यहाँ से सीधे सौ फीट मार्ग स्थित भिक्षु निलयम पहुंचे जहां उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात वंदे गंगा अभियान के क्रम में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जल संरक्षण के माध्यम से ही हरियालो राजस्थान की परिकल्पना को साकार किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान आमजन की सक्रिय भागीदारी से जन आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने प्रदेशवासियों से इस अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए मानसून सीजन में पानी की हर बूंद को सहजने तथा अधिक से अधिक पौधरोपण करने की भी अपील की।

श्री शर्मा बुधवार को राजसमंद में वंदे गंगा जल संरक्षण-जल अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेवाड़ की इस गौरवशाली धरा पर हम जल एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को लेकर एकत्र हुए हैं। आज ही के दिन 18 जून, 1576 को हल्दीघाटी का युद्ध लड़ा गया, यह केवल एक युद्ध नहीं था, बल्कि यह स्वतंत्रता, स्वाभिमान और आत्मसम्मान की रक्षा का प्रतीक था।

मेवाड़ के स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप ने उस समय अकबर की विशाल सेना के सामने अपने सीमित संसाधनों और छोटी सेना के साथ जो वीरता दिखाई, वह आज भी हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जिसे हम हल्दीघाटी विजय दिवस के रूप में मनाते है। उन्होंने कहा कि यह दिवस हमें अपने देश, संस्कृति और सिद्धांतों के लिए हमेशा दृढ़ रहने का संदेश देता है।

जल संरक्षण की संस्कृति को आगे बढ़ा रहा यह अभियान

श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरे के पावन अवसर पर वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान की शुरुआत की थी। 20 जून तक चलने वाले इस अभियान के माध्यम से जल संचय संरचनाओं का निर्माण, जल स्रोतों की साफ-सफाई, परंपरागत जलाशयों के स्वरूप को पुनः बहाल करना और जल संरक्षण के लिए जन जागरूकता से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।

इससे वर्षा के समय इन जल संरचनाओं में बरसात का पानी संग्रहित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जल को अमृत मानकर उसे संरक्षित करने के लिए बावड़ियां, जोहड़, तालाब और कुंए जैसे अनूठे तरीके अपनाए। इस जल संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए हमने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के रूप में एक नई पहल की है। इसके तहत हमारी कोशिश है कि हर गांव, हर शहर और हर व्यक्ति तक जल संरक्षण का संदेश पहुंचे।

प्रदेश में जल की पर्याप्त आपूर्ति हमारी प्राथमिकता

श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में जल की आवश्यकता को समझते हुए हमारी सरकार ने दशकों से लंबित रामजल सेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते जैसे ऐतिहासिक कार्य किए हैं। साथ ही, इंदिरा गांधी नहर, देवास परियोजना, माही बांध, सोम-कमला-अंबा सहित विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से राज्य में जल संचयन तथा पानी की उपलब्धता को बढ़ावा दिया जा रहा है।

हम पानी के क्षेत्र में राजस्थान को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम‘ अभियान से प्रेरणा लेकर हमने पिछले वर्ष 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए हैं।

प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के लिए उठाए अनेक कदम

श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2014 के बाद देश में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है। राजीविका के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक संबल मिला है तथा वे आत्मनिर्भर बनकर रोजगार के पर्याप्त अवसर प्राप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान को बनाए रखने के लिए देशभर में शौचालयों का निर्माण, धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए उज्ज्वला योजना के माध्यम से घर-घर तक रसोई गैस तथा पीने के पानी के लिए हर घर तक नल से जल पहुंचाने का कार्य केन्द्र सरकार द्वारा किया जा रहा है।

महिला, किसान, युवा तथा मजदूर के उत्थान के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के अनुसार देश में महिला, किसान, युवा तथा मजदूर चार जातियां हैं। हमारी सरकार इन चारों जातियों के उत्थान के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को हम 5 साल में 4 लाख सरकारी नौकरी देंगे। इसी तरह राइजिंग राजस्थान समिट के तहत किए गए एमओयू से भी युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि, गोपालक क्रेडिट कार्ड जैसी विभिन्न योजनाओं से किसानों को राहत दी जा रही है। साथ ही, केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 5 हजार गांवों को गरीबी मुक्त करेगी, इसके तहत गांवों में निवास कर रहे गरीबों को आत्मनिर्भर बनाते हुए रोजगारपरक बनाया जाएगा।
राजीविका एसएचजी को सौंपे चेक
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिला निधि के माध्यम से 240 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 2 करोड़ 51 लाख रूपये एवं 297 स्वयं सहायता समूह को विभिन्न बैंकों के माध्यम से 11 करोड़ के क्रेडिट लिंकेज के चैक भी सौंपे। इस दौरान मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में विभिन्न संस्थानों की ओर से सीएसआर के तहत मुख्यमंत्री को 2 करोड़ रूपये की राशि भेंट की गई। इससे पहले मुख्यमंत्री ने राजसमंद जिला प्रशासन द्वारा वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के तहत किए गए कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

वंदे गंगा एक बेहतरीन पहल : बैरवा

उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल पर शुरू हुआ वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान एक बेहतरीन अभियान है, जिसके माध्यम से राज्य में जल संरक्षण के कार्यों को एक नई दिशा मिली है। निश्चित तौर पर उनके द्वारा किए जा रहे इन प्रयासों से विकसित राजस्थान के संकल्प को गति मिलेगी।
ये रहे मौजूद
मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में राजसमंद विधायक श्रीमती दीप्ति माहेश्वरी, कुंभलगढ़ विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, प्रधान अरविन्द सिंह राठौड़, समाजसेवी जगदीश पालीवाल, मान सिंह बारहठ, माधव जाट सहित कई जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
साथ ही उदयपुर संभाग की सम्भागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, आईजी राजेश मीणा, जिला कलक्टर बालमुकुन्द असावा, एसपी मनीष त्रिपाठी, एडीएम नरेश बुनकर, राजीविका जिला परियोजना प्रबंधक डॉ सुमन अजमेरा, राजसमंद एसडीएम बृजेश गुप्ता, प्रशिक्षु आरएएस लतिका पालीवाल एवं आकांक्षा दुबे आदि मौजूद रहे।
By Udaipurviews

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