उदयपुर 1 जून। जोधपुर स्थित पावन बिजलोई आश्रम में अखिल भारतीय नव वर्ष समारोह समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत का पूज्य महामंडलेश्वर श्री सोमेश्वर गिरि जी महाराज ने आत्मीय स्वागत कर उन्हें “संत उपाधि” से सम्मानित किया।
महामंडलेश्वर जी ने पारंपरिक संत उत्तरीय पहनाकर डॉ. कुमावत को सम्मानित करते हुए कहा “आप कर्मयोग और समाज सेवा के माध्यम से आज के युग में संत परंपरा का यथार्थ निर्वाह कर रहे हैं। आपने जो सामाजिक जागरण, सांस्कृतिक चेतना और लोक कल्याण के कार्य किए हैं, वे आध्यात्मिक साधना के समकक्ष हैं। अब आप भी संत श्री हो गए हैं।”
डॉ. कुमावत ने गुरुदेव का चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया और श्रीफल अर्पण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर डॉ. कुमावत ने आश्रम परिसर में स्थित तीन दिव्य समाधियों के दर्शन किए तथा प्राचीन बालाजी मंदिर की दुर्लभ मूर्ति के दर्शन कर भावविभोर हुए।
आश्रम में चल रहे अस्थ गणपति अनुष्ठान उत्सव के अंतर्गत हस्तनिर्मित गणपति प्रतिमाओं के दर्शन ने भी उन्हें आत्मिक आनंद प्रदान किया।
बिजलोई आश्रम न केवल साधना और आत्मविकास का केंद्र है, बल्कि पूज्य गुरुदेव सोमेश्वर गिरि जी महाराज की दिव्य प्रेरणा से यह स्थान समाज जीवन को दिशा देने वाला एक तपोभूमि के रूप में प्रतिष्ठित है।यहाँ बाला जी की अति प्राचीन मूर्ति विशेष आस्था का चमत्कारिक केंद्र है
पूज्य गुरुदेव से प्राप्त यह संत उपाधि एवं आशीर्वाद, अखिल भारतीय नव वर्ष समारोह समिति के कार्यों को नई ऊर्जा, मार्गदर्शन और आत्मबल प्रदान करेगा।
पूज्य महामंडलेश्वर सोमेश्वर गिरि जी महाराज ने डॉ. प्रदीप कुमावत का किया अभिनंदन प्रदान की उपाधि
