विश्व जल दिवस पर जिलेभर में हुए कार्यक्रम

जिला स्तरीय कार्यशाला में जल संरक्षण व पुनर्भरण पर हुई चर्चा
भौतिक विकास के साथ साथ जल संरक्षण जरूरी-कलक्टर
उदयपुर, 22 मार्च। विश्व जल दिवस बुधवार को जिले भर में मनाया गया। जिला मुख्यालय पर जिला परिषद सभागार में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक मनीष व जिला विधिक प्राधिकरण सचिव व एडीजे कुलदीप शर्मा के आतिथ्य में आयोजित कार्यशाला में जल संरक्षण पर विस्तार से चर्चा हुई।
वर्षा में व्यर्थ बहने वाले जल के संरक्षण पर सोचना होगा:
कार्यशाला में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं राजीव गांधी जल संचय योजना की प्रगति पर समीक्षा की और इसमें किए जा रहे कार्यों को जल संरक्षण दिशा में उपयोगी बताया। कलक्टर ने कहा कि जिले में भौतिक विकास के साथ-साथ जल संरक्षण भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिले में 700 एमएम बारिश होती है  परंतु पहाड़ी इलाका होने के कारण काफी जल व्यर्थ बह जाता है। इस जल के संरक्षण विषय पर सबको सोचना होगा एवं इसके सदुपयोग के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने हांेगे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद और वर्तमान स्थितियों में जल की स्थितियों पर सोचना जरूरी है। उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के बाद भूजल स्थितियों पर भी शोध की जरूरत जताई।
पीएचईडी से जल दोहन तो हो रहा, पुनर्भरण कैसे ?
उन्होंने संबंधित विभागों से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति के साथ सिंचाई के लिए उपलब्ध कराई जा रही जल सुविधा के बारे में जानकारी की और जल संरक्षण एवं उसके उपयोग व पुनः उपयोग के लिए सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि पेयजल आपूर्ति के रूप में पीएचईडी द्वारा जल का दोहन तो हो रहा परंतु इसके पुनर्भरण के लिए क्या उपाय किए जा रहे है, इस पर भी चिंतन जरूरी। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए क्षेत्र में विकास कार्यों के साथ साथ पेयजल सुविधाओं के विकास व विस्तार के लिए आगे आने का आह्वान किया।
कार्यशाला में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि जिले में जल संरक्षण दायित्व हम सभी का है। उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों इनका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश आबादी पहाड़ी क्षेत्रों में निवासरत है ऐसे लोगों को सरकार की इन योजनाओं का लाभ दे ताकि उन्हें निर्बाध रूप से जल सुविधा का लाभ मिल सके।
जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं राजीव गांधी जल संचय योजना की प्रगति के साथ जल संरक्षण के लिए जारी कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है और इसके लिए नवीन तकनीकी का उपयोग करें ताकि आने वाली पीढ़ी को हम पर्याप्त जल की सौगात दें सके।
एडीजे कुलदीप शर्मा ने भी कहा कि पंच महाभूतों में शामिल जल का उपयोग जीवनशैली में परिवर्तन के कारण बहुत ज्यादा हुआ है। हमें व्यर्थ बहते जल को रोकने के लिए तकनीकों का उपयोग करते हुए पीने योग्य पानी के संरक्षण के लिए प्रभावी प्रयास करने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आज के दौर में युवा पीढ़ी को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज जल का बेहतर उपयोग एवं संरक्षण करते हुए हम आने वाले कल को संरक्षित व सुरक्षित रख सकते है।
कार्यशाला में स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं संबंधित अधिकारियों ने भी अपने-अपने सुझाव दिए। अंत में सभी संभागियों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
कार्यशाला में जिला परिषद् सदस्य एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जल संसाधन, कृषि, उद्यानिकी, जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण, राजीविका, वन, ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी एवं एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
श्रमदान व प्रतियोगिताओं का आयोजन
इसी क्रम में विश्व जल दिवस के अवसर पर जिले की समस्त 20 पंचायत समिति में ब्लॉक स्तरीय श्रमदान, जलाशय सफाई कार्य करवाया गया। जिले की 90 ग्राम पंचायतों के विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम के तहत् निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई।

पशुधन सहायकों की कार्यकुशलता में वृद्धि के लिए प्रशिक्षण शिविरों को हुआ आयोजन
उदयपुर 22 मार्च। एस्केड योजनान्तर्गत क्षेत्रीय पशुरोग निदान केन्द्र उदयपुर द्वारा संभाग में ब्लॉक स्तर पर स्थापित होने वाली प्रयोगशालाओं पर कार्यरत पशुधन सहायकों की कार्यकुशलता में वृद्धि करने के लिए कुल 4 त्रिदिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत उदयपुर संभाग के कुल 80 पशुधन सहायक व पशु चिकित्सा सहायकों को पशु रोग निदान विषयक हेण्ड्स ऑन ट्रेनिंग दी गई।
क्षेत्रीय पशुरोग निदान केन्द्र के उपनिदेशक डॉ. शरद अरोड़ा ने बताया कि ट्रेनिंग में प्रशिक्षणार्थियों को सेम्पल कलेक्शन एवं डायग्नोसिस किट्स भी वितरित किए गए। केन्द्र के डॉ. विजय माने एवं डॉ.सविता मीना ने डेयरी एवं गौशालाओं में जाकर फील्ड में पशुओं से सेम्पल कलेक्शन करना तथा फील्ड लेवल पर एवं प्रयोगशाला में उनकी जाँच कर परिणाम के आंकलन के बारे में बताया। पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान डॉ.सुरेन्द्र छंगाणी एवं नवानियां वेटेनरी कॉलेज के डॉ.दीपक शर्मा तथा डॉ.सुनिल अरोड़ा ने भी व्याख्यान दिए।

शहीद दिवस पर प्रार्थना सभा और अहिंसा मार्च का आयोजन आज
उदयपुर 22 मार्च। शांति एवं अहिंसा निदेशालय जयपुर के दिशा निर्देश अनुसार शहीद दिवस के अवसर पर 23 मार्च को सुबह 8.30 बजे से सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन सेवाश्रम स्थित शहीद भगत सिंह प्रतिमा के समक्ष होगा और प्रार्थना सभा के बाद शहीद भगत सिंह प्रतिमा स्थल से सेवाश्रम चौराहे की ओर अहिंसा मार्च का आयोजन किया जाएगा। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक मनीष ने इस आयोजन के संबंध में विभिन्न विभागीय अधिकारियों को प्रभारी नियुक्त कर अलग-अलग दायित्व सौंपे हैं।

पीएचईडी के सेवानिवृत्त अभियंताओं ने मनाया विश्व जल दिवस
 उदयपुर, 22 मार्च। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सेवानिवृत अभियंताओं ने बुधवार को फतहसागर के रॉक गार्डन में विश्व जल दिवस मनाया। इस अवसर पर सभी अभियंताओं ने वर्तमान समय में जल संरक्षण की उपयोगिता व महत्व पर विचार रखें। नववर्ष व विश्व जल दिवस के अवसर पर अनिल भंडारी ने सभी अभियंताओं का चंदन तिलक लगाकर स्वागत किया गया और सभी को हनुमान चालीसा की प्रति भेंट की। संचालन श्याम सुंदर बेचानी ने किया गया। समारोह में करीब 25 सेवानिवृत अभियन्ता उपस्थित हुए। समापन पर वरिष्ठतम अभियंता के.सी.श्रीमाली ने आभार जताया।

सर्वश्रेष्ठ एसडीएमसी राउमावि सुखेर राज्य स्तर पर पुरस्कृत
उदयपुर, 22 मार्च। राज्य परियोजना कार्यालय समसा जयपुर के तत्वावधान में आयोजित वर्चुअल राज्य स्तरीय एसएमसी व एसडीएमसी पुरस्कार समारोह का आयोजन हुआ जिसमें उदयपुर जिले की बड़गांव ब्लॉक की एसडीएमसी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुखेर को 1 लाख रूपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। एक वर्चुअल कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला व शिक्षा राज्य मंत्री जाईदा खान ने यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर स्थानीय एसडीएमसी अध्यक्ष व संस्था प्रधान शरद कुमार पारीक, सचिव श्रीमती लक्ष्मी खटीक, उप प्रधानाचार्य सुनिल रावल, श्रीमती आशा सरूपरिया व ग्राम पंचायत सापेटिया सरपंच भंवर लाल पुष्करणा, हगामी लाल पुष्करणा, रूपलाल डांगी, व अन्य एसडीएमसी सदस्य व विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहे।

जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक सम्पन्न
शेष लक्ष्यों को 31 मार्च तक पूर्ण करें-कलक्टर
उदयपुर, 22 मार्च। जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक का आयोजन बुधवार को जिला जल एवं स्वच्छता समिति के अध्यक्ष व जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में हुआ।
बैठक में कलक्टर ने उदयपुर जिले के सभी 20 ब्लॉक व विभागों के लक्ष्यों की समीक्षा करते हुए शेष लक्ष्यों को 31 मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने स्वच्छता संबंधी कायो्रं की प्रभावी मॉनिटरिंग करने एवं सतत कार्यों को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने को कहा और जिले के विभिन्न विद्यालय एवं आंगनबाड़ी में किये जा रहे नल कनेक्शन कार्यो के बारे में भी जानकारी प्राप्त की और जहां कनेक्शन वंचित है उन्हें अतिशीघ्र जोड़ने के निर्देश दिए।
अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने अब तक किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। इंप्लीमेंटिंग सपोर्ट एजेंसी सृष्टि सेवा समिति द्वारा वर्तमान में विद्यालय में आयोजित की जा रहे जागरूकता कार्यक्रम यथा प्रतियोगिता रैली एवं नुक्कड़ नाटक आदि की जानकारी दी गई। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों सहित सृष्टि सेवा समिति के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

By Udaipurviews

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