रोप-वे में फसे लोगों के रेस्क्यू का किया प्रदर्शन
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेन्स व अग्निशमन टीम का संयुक्त पूर्वाभ्यास
उदयपुर, 15 जुलाई। नीमच माता स्थित रोप-वे की ट्रॉलियां तकनीकी कारण से अचानक रुक गई जिससे पर्यटकों की जान सांसत में आ गई। तभी प्रशासन के नेतृत्व में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर सेफ्टी, रोपवे प्रबंधन की ओर से नियुक्त स्टाफ ने मोर्चा संभाला और ट्रॉलियों में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला। यह दृश्य था मंगलवार को रोप वे पर किए गए मॉक ड्रिल का।
आपदा प्रबंधन को लेकर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेन्स सहित अन्य एजेंसियों की तैयारियों को परखने के लिए यह मॉक ड्रिल जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में बड़गांव एसडीएम निरमा विश्नोई , तहसीलदार हितेश त्रिवेदी, नायब तहसीलदार रमेश कुमार, रेवेन्यू इंस्पेक्टर दलपत सिंह की उपस्थिति में फतहसागर की पाल स्थित नीमज माता रोप-वे पर हुआ। इसमें रोप-वे की ट्रॉलियों में फसे लोगों को रेस्क्यू करने का जीवंत प्रदर्शन किया गया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल, राज्य आपदा प्रबंधन बल, सिविल डिफेन्स तथा अग्निशमन टीमें मंगलवार सुबह नीमज माता रोप-वे पर पहुंची। सामूहिक पूर्वाभ्यास किया गया जिसमें दामोदर रोप-वे एण्ड इंफ्रा लिमिटेड के मैनेजर कपिल ध्यानी के नेतृत्व में रोप-वे की रेस्क्यू टीम भी शामिल हुई। पूर्वाभ्यास के दौरान पर्यटकों से भरी रोप-वे ट्रोली के तकनीकी कारणों से बीच में अटकनें तथा इससे पर्यटकों की जान खतरे में पड़ने का दृश्य तैयार किया। रेस्क्यू टीम के जवान चैन-कुम्पी की मदद से स्लाइड करते हुए ट्रोली तक पहुंचे और अंदर फंसे पर्यटकों को सांत्वना देते हुए हिम्मत बंधाई। नीचे मौजूद जवानों की मदद से पर्यटकों को एक-एक कर सुरक्षित नीचे उतारा गया। घबराहट के चलते पर्यटकों को हुई स्वास्थ्य समस्याओं पर त्वरित प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराने जैसी सभी गतिविधियों का जीवन्त प्रदर्शन किया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आपसी समन्वय, आवश्यक सावधानियां, जरूरी उपकरण आदि के बारे में जानकारी दी गई।
मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ के सेकंड कमांडेंट रामेश्वर यादव, निरीक्षक राजेश महलावत, एसडीआरएफ प्लाटून कमाण्डर महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल हाकम खान, अग्निशमन अधिकारी नवदीप सिंह, सिविल डिफेन्स टीम लीडर धनेंद्र कश्यप सहित जवान उपस्थित रहे।
नीमज माता रोप-वे पर परखी आपदा प्रबंधन की तैयारियां
