सांसद डॉ मन्नालाल रावत के प्रश्न पर राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने दी जानकारी
-उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ और बांसवाडा जिले के 11 हजार 443 युवाओं को इसका लाभ मिला
उदयपुर। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के पहले तीन संस्करणों के दौरान, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा जिलों सहित राजस्थान के 33 जिलों में 1,86,018 उम्मीदवारों को विभिन्न जगहों पर नौकरियां उपलब्ध करवाई गई। उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ और बांसवाडा जिले के 11 हजार 443 युवाओं को इसका लाभ मिला है।
उदयपुर लोकसभा सांसद डॉ. मन्ना लाल रावत की ओर से संसद में पूछे गए प्रश्न पर कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयन्त चौधरी ने यह जानकारी दी है।
सांसद डॉ रावत ने विगत पांच वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित व्यक्तियों की राज्य-वार जानकारी के साथ राजस्थान में, विशेषकर उदयपुर, डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा जिलों में कितने प्रशिक्षित व्यक्तियों को नौकरी प्रदान की गई, इस संबंध में जानकारी मांगी थी।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की ओर से बताया गया कि मंत्रालय 2015 से अपनी प्रमुख योजना प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) को क्रियान्वित कर रहा है। इसके तहत अल्प अवधि प्रशिक्षण (एसटीटी) और पूर्व अधिगम मान्यता (आरपीएल) के जरिए पुनर्काेशलीकरण और कौशलोन्नयन के माध्यम से राजस्थान सहित देश भर के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
इसके अलावा स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध) जैसे विभिन्न आईटी उपकरणों में भी यह अवसर प्रदान किया जाता है। पीएमकेवीवाई के पहले तीन संस्करणों के दौरान, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा जिलों सहित राजस्थान के 33 जिलों में 1,86,018 उम्मीदवारों को नियोजित किया गया है। पिछले पांच वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत केवल राजस्थान में 4 लाख 48 हजार 725 युवाओं को विभिन्न कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया।
मंत्रालय ने राजस्थान सहित देश भर के युवाओं के लिए वर्ष 2022 से कार्यान्वित होने वाली योजना के नवीनतम संस्करण, पीएमकेवीवाई 4.0 के सफल कार्यान्वयन और संवर्धन को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
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