उदयपुर। उत्तम तप धर्म पर प्रभु कामधेनु शांति नाथ चंद्र प्रभु पार्श्व नाथ भगवान पर बलीचा स्थित ध्यानोदय तीर्थ पर विशेष पंचामृत अभिषेक एवं विश्व शांति हेतु विशेष महा शांति धारा की गई।
सुप्रकाश ज्योति मंच के राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि जिसके पुण्य लाभार्थी नीतू विनोद कीकावत, चंद्र प्रभु पर शांति धारा का सोभाग्य विपिन दिलीप कांति लाल जैन एवं पार्श्व नाथ पर शंातिधारा का लाभ अशोक आशा भदावत को प्राप्त हुआ।
दश लक्षण महापर्व पर चल रहे विशेष विधान के तप धर्म के 22अर्ग श्रीफल मंडप पर अर्पित किये गए। इस पर सम्मेद शिखर से लाइव गुरु माँ सुप्रकाशमति माताजी ने अपने प्रवचन में कहा कि जैन धर्म तपस्या प्रधान धर्म है लेकिन इस मे अलग अलग नियम वृत्त सयम आप पाल कर तपस्या कर सकते है जिससे आप के आत्मा की शुद्धि एवं शरीर की शुद्धि होती है।
तीर्थ के चेयरमैन ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि 17 सितम्बर पूर्णिमा को ध्यानोदय तीर्थ पर मुलनायक शांतिनाथ प्रतिमा पर ’सर्व प्रकार की ओशोधी’ के ’108कलश का अभिषेक’ होगा एवं उस दिन मंगल नगर भर्मण शोभा यात्रा दोपहर 12.30बजे निकली जायगी। प्रभु को ले जा कर क्षिर सागर के समान कुए के जल को मंगल कलश मे ला कर प्रभु को पाण्डुक शिला पर बिठा कर विशेष शांति धारा की जायेगी और सूखड़ी प्रसाद का वितरण किया जायेगा।