पद्मश्री सोमा घोष ने बिस्मिल्लाह खान को सुरों से दी स्वरांजलि

तीन दिवसीय ऋतु बसंत महोत्सव के दूसरे दिन
शास्त्रीय गायन में बिखेरी होली की मस्ती

उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा प्रतिवर्ष होने वाले फागुनी रंगों के मनोहारी उत्सव तीन दिवसीय ऋतु बसंत महोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान की बेटी सोमा घोष ने बिस्मिल्लाह खान की 107 वी जयंती पर सुरों से स्वरांजलि दी। सोमा घोष ने सबसे पहले ‘तेरे सुर मेरे गीत दोनों मिलकर बनेंगे प्रीत…’ जन्मजयंती पर उनके चरणों में भेट की। उन्होंने शास्त्रीय गायन को होली के रंगों से सराबोर कर श्रोताओं को सम्मोहित कर दिया। इसके बाद उन्होंने ‘आज बिरज में होरी रे रसिया,हमरी अटरिया पे…’ गाया तो श्रोता झूम उठे। इनमें होली के गुलाल में भक्ति का रंग भी जमा जब उन्होंने ब्रज की होली के रंग बताए, जिसमें राधा का रूठना, कृष्ण का मनाना, मीरा आदि प्रसंगों को शानदार सुरों में पिरोकर पेश किया।
सोमा घोष ने शेड्स ऑफ यमन में आज जाने की जिद ना करो गुनगुनाया तो दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। इसके बाद बिस्मिल्लाह खान की कंजरी में गूंज उठी शहनाई प्रस्तुत की।

यादें बिस्मिल्लाह और डांस ऑफ द विंड की हुई स्क्रीनिंग

ऋतु बसंत के दूसरे दिन शाम को तीन फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर की निदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को शाम 5 बजे डांस ऑफ द विंड राजन खोसा द्वारा लिखित और निर्देशित एक फीचर फिल्म की स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद मशहूर शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की जन्म से लेकर मृत्यु तक के जीवन को दर्शाने वाली डॉक्यूड्रामा फिल्म यादें बिस्मिल्लाह की स्क्रीनिंग की गयी। जिसमें हरीश भिमानी ने अपनी आवाज में कहानी सुनाई है। प्रसिद्ध पुरस्कार विजेता निर्देशक शुभंकर घोष ने द माएस्ट्रो की कहानी के कुछ अंशों का वर्णन किया।

By Udaipurviews

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