सांसद डॉ रावत के निर्देश पर आरएनटी मेडिकल कॉलेज के छात्रावासों में इलेक्ट्रिक ऑडिट होगी

हाल में एक डाक्टर की मौत को देखते हुए जारी किए निर्देश
उदयपुर। सांसद डॉ मन्नालाल रावत के निर्देश पर आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के सभी छात्रावासों में इलेक्ट्रिक ऑडिट होगी। पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रिक जोन के एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय माथुर ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल में आरएनटी मेडिकल कॉलेज के एक छात्र रवि शर्मा की करंट लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और इसको लेकर रेजिडेन्ट डॉक्टर पिछले कई दिनों से हडताल पर है। गुरुवार रात को भी रेजिडेन्ट डाक्टरों ने एक वाटर कूलर में करंट आने की शिकायत की थी। इसको अत्यंत गंभीरता से लेते हुए सांसद मन्नालाल रावत ने जिला कलेक्टर और पीडब्ल्यूडी के उच्च अधिकारियों को आरएनटी मेडिकल कॉलेज के सभी छात्रावासों में इलेक्ट्रिक ऑडिट करवाने के निर्देश दिए। सांसद डॉ रावत ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं चिंताजनक है, सम्पूर्ण समीक्षा और इनको रोकने के लिए समुचित प्रबंध होने चाहिए। सांसद डॉ रावत ने डाक्टर रवि शर्मा की मौत पर भी चिंता जाहिर की और समस्त डाक्टरों को भरोसा दिलाया कि उनको न्याय दिलाया जाएगा।
सांसद डॉ रावत के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रिक जोन के एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय माथुर ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के सभी छात्रावासों में इलेक्ट्रिक ऑडिट के संबंध में अधीक्षण अभियंता को आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश में आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के सभी छात्रावासों के सभी उपकरणों और विद्युत स्थापनाओं का विद्युत सुरक्षा ऑडिट तुरंत करने को कहा गया है।
इलेक्ट्रिक ऑडिट में क्या होगा
दोषपूर्ण वायरिंग: यह ऑडिट के दौरान उजागर होने वाला एक प्रचलित खतरा है। क्षतिग्रस्त इन्सुलेशन, ढीले कनेक्शन और अनुचित वायर साइज़िंग जैसे मुद्दे शॉर्ट सर्किट, बिजली की आग और उपकरण की खराबी का कारण बन सकते हैं।
अपर्याप्त ग्राउंडिंग: इलेक्ट्रिकल ऑडिट अक्सर अपर्याप्त ग्राउंडिंग सिस्टम, गायब ग्राउंड कनेक्शन या अनुचित ग्राउंडिंग प्रथाओं का खुलासा करते हैं। इन कमियों के परिणामस्वरूप बिजली के झटके का खतरा और उपकरण को नुकसान हो सकता है।
ओवरलोडेड सर्किट: ओवरलोडिंग तब होती है जब सर्किट में उनके लिए डिज़ाइन की गई सीमा से ज्यादा करंट प्रवाहित होता है, जिससे ओवरहीटिंग और संभावित आग का खतरा होता है। यह अक्सर उचित सर्किट अपग्रेड के बिना नए उपकरण जोड़ने या एक्सटेंशन कॉर्ड के अत्यधिक उपयोग के कारण होता है।
पुराने उपकरण: विद्युत सुरक्षा विश्लेषण अक्सर पुराने विद्युत उपकरणों की पहचान करता है जो अब वर्तमान सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करते हैं। पुराने सर्किट ब्रेकर, फ़्यूज़ और स्विच जैसे घटक विफल होने की संभावना रखते हैं, जिससे सिस्टम की विश्वसनीयता से समझौता होता है और दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ जाता है।
सुरक्षा मानकों का गैर-अनुपालन: यह एक महत्वपूर्ण खतरा है और इसमें अनुचित स्थापना पद्धतियां, विद्युत कोडों का पालन करने में विफलता और गैर-अनुपालन उपकरणों का उपयोग शामिल है।
खुले विद्युतीय भाग: खुले विद्युतीय घटक, जैसे कि लाइव वायर या खुले जंक्शन बॉक्स, बिजली के झटके या करंट लगने का सीधा खतरा पैदा करते हैं। इन खतरों को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, लेकिन इन पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है, सभी विद्युतीय भागों को ठीक से बंद करके सुरक्षित रखना चाहिए।
खराब रखरखाव: विद्युत प्रणालियों के नियमित रखरखाव की उपेक्षा करने से घटकों की गिरावट, अधिक टूट-फूट और विफलताओं की अधिक संभावना हो सकती है। विद्युत मूल्यांकन अक्सर उन उपकरणों को प्रकट करते हैं जिनका रखरखाव ठीक से नहीं किया जाता है, जिससे ब्रेकडाउन, खराबी और संभावित खतरे हो सकते हैं।

By Udaipurviews

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