उदयपुर, 10 जनवरी। राजस्थान अनुसूचित जाति जनजाति वित्त एवं विकास सहकारी निगम लिमिटेड द्वारा विभिन्न ऋण योजनाओं में छोटे ऋण पर सरकारी गारंटर की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। निगम के परियोजना प्रबंधक गिरीश भटनागर ने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सफाई कर्मचारी वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन के विभिन्न राष्ट्रीय निगमों की ऋण योजनाओं में स्वरोजगार हेतु कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। अब इन योजनाओं में एक लाख तक के ऋण के लिये बिना गारन्टर ऋण स्वीकृत करने के आदेश जारी किये गये है। इसी प्रकार एक लाख से 2 लाख तक के लोन किसी एक जिम्मेदार प्रतिष्ठित व्यक्ति, पार्षद, पंचायत समिति सदस्य की गारंटी से तथा 2 लाख से 5 लाख तक के लोन दो जिम्मेदार प्रतिष्ठित व्यक्तियों, पार्षद, पंचायत समिति सदस्यों की गारन्टी से दिये जा सकेंगे। वित्तीय वर्ष 2022-23 से जिन लोगों ने आवेदन किया वे अनुजा निगम कार्यालय, कमरा नम्बर 103, जिला परिषद भवन द्वितीय तल, कलेक्ट्रेट परिसर में संपर्क कर अपनी पत्रावली पूर्ण कराकर लोन प्रक्रिया पूरी कर सकते है। वर्ष 2023-24 के आवेदन ऑनलाइन एसएसओ आईडी व ई-मित्र के माध्यम से 21 जनवरी तक करके लाभ प्राप्त कर सकते है।
ब्लॉक स्तरीय हेल्थ एम्बेसडर रिफ्रेशर ट्रेनिंग का प्रथम चरण आज से
उदयपुर 10 जनवरी। ज़िले में आयुष्मान भारत योजनांतर्गत स्कूल हैलट एंड वेलनेस कार्यक्रम के तहत तीन दिवसीय ब्लॉक स्तरीय हेल्थ एम्बेसडर रिफ्रेशर ट्रेनिंग का प्रथम चरण गुरुवार से शुरू होगा।
डाइट प्रिंसिपल चंद्रशेखर जोशी के अनुसार आरएससीईआरटी उदयपुर के निर्देशन में डाइट उदयपुर द्वारा संचालित इस कार्यक्रम में प्रथम चरण में 11 से 13 जनवरी तक ज़िले के गोगुंदा, खेरवाड़ा, लसाडिया, गिर्वा व मावली ब्लॉक में प्रशिक्षण आयोजित होंगे। वहीं द्वितीय चरण में 22 से 24 जनवरी तक सराडा, नयागांव, कुराबड़, झल्लारा, वल्लभनगर, सायरा तथा बड़गांव ब्लॉक में तथा तीसरे चरण में 29 से 31 जनवरी तक सेमारी, ऋषभदेव, झाड़ोल, फलासिया, सलूंबर, भींडर तथा कोटडा ब्लॉक में प्रशिक्षण आयोजित होंगे। गिर्वा ब्लॉक में 100 तथा शेष सभी 19 ब्लॉक में 50-50 शिक्षको को हेल्थ एंबेसेडर की रिफ्रेशर ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान ब्लॉक में संचालित राजकीय उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों से भाग ले रहे शिक्षकों को पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता ,स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना, मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम और प्रबंधन ,इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देना, भावनात्मक भलाई और मानसिक स्वास्थ्य, लैंगिक समानता, पारस्परिक संबंध ,प्रजनन स्वास्थ्य और एचआईवी रोकथाम, मूल्य और जिम्मेदार नागरिकता ,स्वस्थ हो जाओ, हिंसा और चोट से सुरक्षा आदि विषयों से अवगत कराया जाएगा। साथ ही सूचना तंत्र विकसित करने के लिए एम आई एस ट्रेनिंग भी दी जाएगी।