उदयपुर। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रमण संघ की ओर से सिंधी बाजार स्थित पंचायती नोहरे में श्रमण संघीय प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज ने चातुर्मास के अवसर पर प्रातः कालीन धर्म सभा में श्रीपाल और मैंना के चरित्र का वाचन करते हुए णमोकार महामंत्र की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि इस महामंत्र में अनन्त शक्ति है। इसके निरंतर जाप करने से व्यक्ति जीवन में सदा सुखी संपन्न रहता है। अगर अपने जीवन को सुखी और सफल बनाना है तो णमोकार महामंत्र के साथ ही महावीर की वाणी को अपने जीवन में उतरना होगा।
प्रभु महावीर की वाणी से अनंत जीवन का उद्धार हुआ है और उन्होंने अपना आत्म कल्याण करते हुए मोक्ष मार्ग को प्रशस्त किया है। हमें कई जन्मों के परिभ्रमण के बाद यह मनुष्य जीवन मिला है। यह मनुष्य जन्म ही ऐसा है जिससे मोक्ष मार्ग को प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए प्रभु महावीर की वाणी सुनकर हमें आत्मा को जानने का प्रयास करना है। जिस दिन हमें आत्मज्ञान हो गया उसे दिन हमारा जीवन भी सफल हो गया। प्रभु महावीर की वाणी ही हमें मोक्ष मार्ग प्रदान करने वाली है।
डॉ.वरुण मुनि ने धर्म सभा में कहा कि हमें मनुष्य जीवन मिला है तो कुछ चीजों के बारे में हमें चिंतन करना चाहिए। मुझे जन्म क्यों मिला है, मैं कहां से आया हूं और मुझे जाना कहां है। तभी हम आने वाले समय की दिशा और दशा तय कर पाएंगे। संसार में रहकर ग्रहस्थ रूपी खिलौनों से खेलना ही जीवन का सार नहीं है। हमें यह भ्रम नही पाले रखना चाहिए कि हमारे बाद क्या होगा। आपके लिए जानना जरूरी है कि आपसे पहले भी दुनिया वैसे ही चल रही थी जैसे आपके आने के बाद चल रही है और आपके जाने के बाद भी वैसी ही चलेगी जैसी आपकी रहते हुए चल रही है। इसलिए जीवन में महावीर की वाणी को जीवन में उतार कर अपने आत्म कल्याण के मार्ग की ओर अग्रसर होने में ही मनुष्य जीवन सफल हो सकता है। धर्मसभा में अखिलेश मुनि जी ने सुंदर गीतिका प्रस्तुत की। महामंत्री एडवोकेट रोशन लाल जैन ने बताया कि चातुर्मास काल से ही णमोकार महामंत्र की धर्म आराधना निरंतर जारी है। शनिवार को बाहर से आए अतिथियों का धर्म सभा में स्वागत अभिनंदन किया गया। धर्मसभा में मेवाड़ वागड़ क्षेत्र सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है।
णमोकार महामंत्री बनाता है जीवन में सफल व सुखीःसुकनमुनि
