निर्वाचन व्यय की मॉनिटरिंग आदर्श आचार संहिता के समान संवेदनशील – जिला निर्वाचन अधिकारी

उदयपुर, 21 सितंबर। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद पोसवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के चुनाव खर्च की मॉनिटरिंग का कार्य आदर्श आचार संहिता के समान ही संवेदनशील होता है। इसलिए इसे गंभीरता से लेते हुए निगरानी के कार्यों में तेजी लाने की जरूरत है। निर्वाचन व्यय एवं अनुवीक्षण प्रकोष्ठ की ओर से गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित नोडल प्रभारी अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक भूवन भूषण यादव ने विभिन्न विभाग की नियमित जांच व छापेमारी गतिविधियों को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
पोसवाल ने आबकारी विभाग के प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए कि वे अवैध शराब के भंडारण, परिवहन पर प्रमुखता से अंकुश लगाएं। दुकानों का पिछले तीन साल को रिकॉर्ड खंगालें और जहां मदिरा उठाव में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है वहां विशेष सतर्कता बरतें। पड़ौसी राज्य की सीमाओं से लगते क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने को कहा। कमर्शियल टेक्स विभाग के नोडल अधिकारी को कंट्रोल रूम स्थापित करने और अवैध सामग्री वितरण पर भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार प्रभावी कार्रवाई करने के लिए कहा। 10 लाख से अधिक की नकद जब्ती की त्वरित सूचना आयकर विभाग को देने के निर्देश दिए। बैंक नोडल प्रभारी को विभिन्न बैंक खातों में संदिग्ध लेनदेन पर निगरानी रखने, समय पर सूचना देने और कैश परिवहन करने वाले वाहनों की सूची उपलब्ध करवाने को कहा। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वित्तीय एजेंसियों, वित्तीय दलालों व हवाला जैसे कारोबारियों पर विशेष नजर रखी जाए। जिला पुलिस अधीक्षक भूवन भूषण यादव ने सभी विभागों के बीच समन्वय बनाते हुए कार्रवाइयां करने के निर्देश दिए। बैठक में निर्वाचन व्यय एवं अनुवीक्षण प्रकोष्ट प्रभारी केपी सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ महामाया प्रसाद चौबीसा, लीड बैंक ऑफिसर सहित विभिन्न विभाग के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

By Udaipurviews

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