गैर राजकीय संस्थाओं के पदाधिकारियो व स्वीप समन्वयकों की बैठक सम्पन्न

मतदाता जागरूकता कार्यक्रम
उदयपुर, 15 मार्च। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत जिला परिषद सभागार में उदयपुर शहर के समस्त गैर राजकीय संस्थाओं के पदाधिकारियो की बैठक हुई। बैठक में स्वीप प्रभारी एवं सीईओ श्रीमती कीर्ति राठौड़ ने सभी संस्थानों को वोटर अवेयरनेस फोरम का गठन करने, संस्थान के कार्मिकों को वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करने, सक्षम एप, केवाईसी एप के बारे में जानकारी देने की बात कही। उन्होंने सी विजिल एप के बारे में भी बताया और कहा कि आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी की होने वाली गतिविधियों को इस एप के माध्यम से 100 मिनट में कार्रवाई कर घटनाओं का निपटारा किया जा सकता है। उन्होंने समस्त गैर राजकीय संस्थान के कार्मिकों को शत प्रतिशत वोट करने और अपने परिजन व अन्य को प्रेरित करने की बात कही। बैठक में 40  गैर राजकीय संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित हुए। अंत में सभी को मतदान अवश्य करने की शपथ भी दिलाई।
दूसरी ओर जिले की आठों विधानसभा के स्वीप समन्वयकों की बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट  सभागार में आयोजित हुई। बैठक में स्वीप सहप्रभारी एवं मुख्य आयोजना अधिकारी पुनीत शर्मा ने सभी पदाधिकारियां को 31 मार्च तक बूथ अवेयरनेस ग्रुप की सूची तैयार कर मीटिंग करने, बूथवार योजना निर्माण करने, लो वोटर टर्नआउट वाले बूथ पर विशेष फोकस करते हुए कम वोटिंग प्रतिशत वाले बूथ को टारगेट करने एवं समस्त बूथों पर न्यूनतम 75 प्रतिशत तक वोटिंग करवाने के लिए प्रयास करने की बात कही। उन्होंने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट अपडेट करने, समस्त संकल्प पत्र 31 मार्च तक अवश्य भरवाने को भी कहा। जिला स्वीप समन्वयक डॉ  देवीलाल गर्ग व हितेंद्र सोनी ने भी निर्वाचन से जुड़ी उपयोगी जानकारी दी।

बाल संरक्षण के लिए हो समन्वित प्रयास- एडीएम सिटी
उदयपुर, 15 मार्च। जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के निर्देशन में जिला बाल संरक्षण इकाई की त्रैमासिक बैठक अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) राजीव द्विवेदी की अध्यक्षता में जिला कलक्टर सभागार में आयोजित हुई। बैठक में एडीएम ने सभी संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बालकों के सर्वागीण विकास के लिए सभी स्तरों पर मिलकर प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक में देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोडने, छुट्टियों में बाल श्रम के लिए पलायन को रोकने नशावृति की रोकथाम तथा बाल संरक्षण के लिए कार्य करने के निर्देश दिए।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ध्रुव कविया ने जिले में बंद किए गए बाल गृहों की पुनः समीक्षा तथा आवश्यक कार्यवाही का सुझाव दिया। बैठक में सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग श्रीमती आरुषि जैन ने बाल संरक्षण के लिए संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रगति तथा जिले में संचालित राजकीय एवं गैर राजकीय गृहों में पुर्नवासित बालकों के बारे में जानकारी दी।
बाल कल्याण समिति की कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती यशोदा पाणिया तथा सदस्यों ने समिति के समक्ष किए गए देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों के संदर्भ में की गई कार्यवाही तथा पेंडिंग प्रकरणों की जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखमन राय, युनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु बिनुजीत आदि मौजूद रहे।

By Udaipurviews

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