उदयपुर में भी रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर, गड़बड़ाई चिकित्सा सेवाएं

उदयपुर, 13 अप्रेल।  जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में खुले में प्रसव कराने पर दोषी मानते हुए तीन रेजीडेंट डॉक्टरों तथा गत दिनों रोगी के गलत खून चढ़ाने के मामले में डॉक्टर को निलंबित करने के विरोध में प्रदेश के सभी रेजीडेंट डॉक्टर लामबंद हो हड़ताल पर उतर गए। संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के रेजीडेंट डॉक्टर्स भी उनके समर्थन में शटडाउन पर उतर गए। हड़ताल के चलते चिकित्सालय में सेवाएं प्रभावित हुई जिसे सीनियर डॉक्टर्स ने संभालने के प्रयास किए हैं।
जयपुर में हाल ही एक गर्भवती का खुले में प्रसव कराने को लेकर चिकित्सा विभाग ने तीन रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हे निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। इसी तरह रोगी को गलत खून चढ़ाने के मामले में एक्शन लेते हुए दो डॉक्टरों को निलंबित कर दिया। निलंबन कार्रवाई से रेजीडेंट डॉक्टरों में रोष बढ़ गया और वे निलंबित डॉक्टरों के समर्थन में लामबंद हो गए। कार्रवाई के विरोध में चेतावनी देते हुए रेजीडेंट डॉक्टर मोर्चा खोलते हुए हड़ताल पर उतरे गए। उनके समर्थन में उदयपुर के महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के सभी रेजीडेंट डॉक्टर भी शनिवार को हड़ताल पर उतरे। इससे चिकित्सालय में सेवाएं प्रभावित हुई।
मांगे नहीं मानने तक रहेगी हड़ताल
रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ दीपक ने बताया कि डॉक्टरों को निलंबित करने के गलत फैसले के विरोध में यहां सभी रेजीडेंट डॉक्टर भी हड़ताल पर उतरे। एमबी चिकित्सालय के ओपीडी व सुपर स्पेशलिटी यूनिट में रेजिडेंट डॉक्टर काम पर नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी है कि सरकार द्वारा उनकी मांगे नहीं माने जाने तक रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी रहेगी।
रोगियों की लगी कतार, ऑपरेशन टाले : रेजीडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर उतरने से ऑपरेशन थिएटर में शनिवार को रोगियों के तय ऑपरेशनों में से कुछ रोगियों के ऑपरेशन एक बार टालने पड़े वहीं ओपीडी और सुपर स्पेशलिटी यूनिट परिसर में शनिवार को उपचार के लिए आए रोगियों की लंबी कतारें लग गई। इससे चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो गई। स्थितियां बिगड़ते देख चिकित्सालय प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के प्रयास किए वही सीनियर डॉक्टर्स ने मोर्चा संभालना लेकिन इसके बाद भी हालात पूरी तरह से काबू नहीं हुए क्योकि सीनियर डॉक्टर भी संख्या में कम होने से रोगियों को देखने में समय लग रहा था। ऐसे में लंबी कतार में बैठे रोगियों को अपनी बारी आने का काफी इंतजार करना पड़ा। तब तक रोगी अपनी पीड़ा के कारण परेशान होते रहे। कुछ इसी तरह के हालात चिकित्सालय के वार्डों में भी देखने को मिले जहां उपचार के लिए भर्ती रोगियों को देखने के लिए कोई रेजीडेंट डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे।ऐसे में वार्डों में सभी मरीज दिनभर नर्सिंग स्टॉफ के सहारे रहे।
सभी वरिष्ठ डॉक्टरों की छुट्टियां की रद्द
एमबी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते एकदम व्यवस्था तो चरमराई ही हैं, किन्तु उदयपुर में मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए सभी फैकल्टी के प्रोफेसर्स एवं अन्य सीनीयर्स की ड्यूटी पर लगा दिया गया है। सभी सीनीयर्स मरीजों को देख रहे हैं और उपचार कर रहे हैं। उनकी छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं।
प्रदेश में 5 हजार से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर जयपुर में हुई घटना के विरोध में प्रदेश में पांच हजार से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। अकेले जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल में दो हजार से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर हैं। जबकि उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज सहित प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजेज में 3000 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। इस वजह से सभी अस्पतालों में हालात बिगड़ रहे हैं।

By Udaipurviews

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