उदयपुर, 27 सितंबर। श्रीनादब्रह्म संस्था के तत्वावधान में श्रीरामचरितमानस : राजस्थानी काव्य अनुवाद ग्रंथ के किष्किंधाकाण्ड एवं सुंदरकाण्ड के संगीतमय पारायण का श्रीगणेश आयड़ स्थित सोनीजी की बाड़ी में बाल स्वरूप महावीर हनुमानजी के मंदिर में रविवार अपराह्न तीन बजे से किया जाएगा।
श्रीरामचरितमानस : राजस्थानी काव्य अनुवाद ग्रंथ के अनुवादक, कवि, लेखक एवं श्रीनादब्रह्म संस्था के संस्थापक अध्यक्ष पुष्कर गुप्तेश्वर ने बताया कि संत गोस्वामी तुलसीदासजी विरचित अवधी भाषा के श्रीरामचरितमानस ग्रंथ की भांति ही इस राजस्थानी काव्य अनुवाद ग्रंथ में भी तदनुरूप समश्लोकी दोहा, सोरठा, चौपाई, हरिगीतिका आदि गेय व लयात्मक छंद हैं, जिनका मूल तर्ज़ या नई संगीतबद्ध धुनों में भी सस्वर पारायण किया जा सकता है।