जै कन्हैयालाल की’ के जयघोष से गूंजा प्रताप गौरव केन्द्र 

-प्रताप गौरव केन्द्र में 15 से 17 अगस्त तक मनाया जाएगा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव
-शहर भर में प्रचार-प्रसार के लिए भगवा ध्वज दिखाकर रथ को रवाना किया विधानसभा अध्यक्ष ने
-मटकी फोड़ प्रतियोगिता जीतने वाले को मिलेगा 51 हजार का पुरस्कार
उदयपुर। प्रताप गौरव केन्द्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ’ गुरुवार अपराह्न ‘हाथी घोड़ा पालकी, जै कन्हैया लाल की’ के जयघोष से गूंज उठा। अवसर था 15 से 17 अगस्त तक मनाए जाने वाले श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के प्रचार रथ के शुभारंभ का। ज्योंही राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. वासुदेव देवनानी ने भगवा ध्वज दिखाकर रथ का शुभारंभ किया, त्योंही नंद के लाला के जयकारे गूंज उठे। डॉ. देवनानी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
प्रताप गौरव केन्द्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति, उदयपुर के अंतर्गत संचालित प्रताप गौरव केन्द्र “राष्ट्रीय तीर्थ” में आगामी 15 से 17 अगस्त तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मेला महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। यह तीन दिवसीय आयोजन केन्द्र के भक्तिधाम परिसर में होगा, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति से जुड़े विविध सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम होंगे। इसी के निमित्त उदयपुर शहर व समीपवर्ती क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए गुरुवार को रथ का शुभारंभ किया गया। रथ न केवल आयोजनों में होने वाली प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता के लिए आग्रह करेगा, बल्कि नागरिकों और पर्यटकों को इस कार्यक्रम में सपरिवार पधारने का निमंत्रण भी देगा।
कार्यक्रम संयोजक शंभू गमेती ने बताया कि रथ के शुभारंभ अवसर पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति के अध्यक्ष प्रो. बी.पी. शर्मा, उपाध्यक्ष एम.एम. टांक, महामंत्री पवन शर्मा, मंत्री डॉ. सुहास मनोहर, कार्यकारिणी सदस्य अशोक सिंह मेतवाला, चंद्रगुप्त सिंह चौहान, गायत्री स्वर्णकार सहित समिति के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
सह संयोजक भूपेश पंचाली व वी.के. सिंह ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 15 अगस्त को सायंकाल 7 बजे नाव मनोरथ से होगी। इसमें रासलीला मंचन और भजन संध्या भी होगी। अगले दिन 16 अगस्त को प्रातः 7 बजे पञ्चामृत अभिषेक किया जाएगा, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण का भक्तों द्वारा विधिवत अभिषेक किया जाएगा तथा अभिषेक उपरांत प्रसाद वितरण किया जाएगा।
16 अगस्त को ही दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक झांकी प्रतियोगिता होगी, जिसमें स्थानीय विद्यालयों व संस्थाओं द्वारा श्रीकृष्ण की विविध लीलाओं को सजीव झांकियों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। इसी दिन, रात्रि 7 बजे से दही हांडी प्रतियोगिता भी होगी, जिसमें युवाओं की टीम भाग लेंगी और बालकृष्ण की माखन चोरी लीला का जीवंत रूपांकन करेंगी। विजेता को 51 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
महोत्सव का अंतिम दिन 17 अगस्त को वेशभूषा प्रतियोगिता के रूप में मनाया जाएगा। प्रतियोगिता दोपहर 2 बजे से होगी। इसमें बालक व बालिकाएं व उनकी माताएं श्रीकृष्ण, राधा, बलराम, यशोदा आदि की वेशभूषा में भाग ले सकेंगे।
By Udaipurviews

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