सोम-जाखम नदी पर 26 करोड़ से बनने वाले एनीकट का शिलान्यास
डूंगरपुर, 6 अप्रैल/राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, जल संसाधन मंत्री श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया, कृषि राज्य मंत्री श्री लालचंद कटारिया, खेल तथा सूचना एवं जनसम्पर्क राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना, राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत और आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा ने गुरुवार को बेणेश्वर धाम से 1 किमी दूरी पर एनिकट के भूमिपूजन व शिलान्यास समारोह में शिरकत की। बेणेश्वर धाम पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज के सानिध्य में मंत्रोच्चारण के बीच सोम-जाखम नदी पर लगभग 26 करोड़ से बनने वाले एनिकट का शिलान्यास हुआ, तो ग्रामीणों की बरसों पुरानी मुराद पूरी होती दिखी। इस अवसर पर जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेंद्र नागर, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
जनप्रतिनिधि मजबूत हो, तो विकास कार्य को मिलती है गति- डॉ. सी. पी. जोशी
मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान में लोकसभा और विधानसभा को अलग-अलग विकास कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि मैं 1980 में एमएलए बन गया था। गांवों में जाते थे तो देखते थे कि पानी की समस्या है। आजादी के बाद पहली बार इतना बड़ा बजट इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिए आया है। 2 लाख- 4 लाख में एनिकट बनते थे, लेकिन 26 करोड़ की लागत से यह एनिकट बनने जा रहा है। मैं समझता हूं कि आजादी के बाद यह पहला एनिकट होगा, जिसका स्वरूप इतना भव्य होगा। उन्होंने कहा कि आज जनकल्याणकारी कार्यों के साथ आमजन के व्यक्तिगत लाभ के कार्य हो रहे हैं। उदाहरण देते हुए कहा कि सबसे छोटी इकाई का चुना हुआ वार्ड पंच यदि समझदार हो और ईमानदारी से कार्य करे, तो गरीब और पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचता है।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का यह संवैधानिक और नैतिक दायित्व है कि वो लोकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी पार्टी की आ जाए यदि जनप्रतिनिधि अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ करें, तो गरीब और वंचित लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। लोकतंत्र के लिए यह काम सबसे जरूरी है। इसी से लोकतंत्र मजबूत होगा।
पहले बेटी को 10वीं पास करवाओ, फिर शादी- डॉ. सी. पी. जोशी
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में महिला शिक्षा की स्थिति में सुधार पर जोर देते हुए उपस्थित जनसमूह और जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर अभिभावकों को समझाएं कि बेटियों को पढ़ाना बहुत जरूरी है। कम से कम 10वीं पास होने के बाद ही बेटी की शादी का विचार करें।
पानी से हरियाली और खुशहाली- श्री अशोक चांदना
खेल तथा सूचना एवं जनसम्पर्क राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना ने एनिकट की भव्यता और इसकी लागत को देखते हुए इसे एनीकट नहीं मिनी डेम की संज्ञा देते हुए कहा कि 26 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एनीकट नहीं, मिनी डेम है। जब इस मिनी डेम में पानी रूकेगा, तो आसपास के गांवों में रहने वाले किसानों और ग्रामीणों का जीवन खुशहाल हो जाएगा। हरियाली और खुशहाली तो पानी से है। इस डेम से इस क्षेत्र की दशा और दिशा बदलने वाली है।
श्री चांदना ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने कई परिवार देखे हैं, जिनकी जमीनें बीमारी का इलाज कराने में बिक गई। चिरंजीवी योजना राजस्थान के लिए वरदान बन गई है। 25 लाख तक का निशुल्क इलाज और दुर्घटना बीमा के रूप में 10 लाख की मदद, 100 यूनिट तक फ्री बिजली, किसानों के लिए जीरो बिल, कोरोना काल में मैनेजमेंट सहित ऐसे अनगिनत कार्य हैं, जिनसे राजस्थान की जनता का जीवन सुरक्षित और भविष्य सुनहरा बनाने की नींव रखी गई है।
कृषि राज्य मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने कहा कि एनिकट बनने के बाद में यह क्षेत्र एक नए रूप में देखने को मिलेगा। बेणेश्वर धाम राजस्थान और देश में और उदयपुर संभाग में विशेष आस्था का केंद्र है। इस क्षेत्र की आबोहवा बदल जाएगी। हर क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं का धरातल पर असर देखा जा सका है।
बेणेश्वर धाम को मिली सौगात, मुख्यमंत्री जी का आभार- श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया
जल संसाधन मंत्री श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने कहा कि बरसों पुरानी यह नदी बहकर समुद्र में जा रही थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने यहां एनिकट बनाने के लिए बजट दिया। विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि इस क्षेत्र में आसपास के क्षेत्र में जल संसाधन विकास कार्यों के लिए 175 करोड़, 80 करोड़ के प्रस्ताव भेजे गए हैं, 132 करोड़ और 70 करोड़ की लागत से दो पुलिया निर्माण सहित बेणेश्वर धाम के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए 100 करोड़ का बजट दिया गया है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इसका मास्टर प्लान बनाकर भेजेंगे बेणेश्वर धाम जैसे सिद्ध धाम के भक्त कई पूरे देश में हैं, इस क्षेत्र में बनने वाले ब्रिज, एनिकट, सौंदर्यीकरण सहित अन्य विकास कार्यों से इसे एक नई पहचान मिलेगी।
पानी की समस्या का होगा निदान- श्री वैभव गहलोत
राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं इस ऐतिहासिक पल का गवाह बना हूं। जब इस एनिकट का निर्माण हो जाएगा, तो मुझे पूर्ण विश्वास है कि बेणेश्वर और आस-पास के कई गांवों की पानी की समस्या का निदान हो जाएगा, कृषि के लिए पानी की उपलब्धता बढ़ेगी।
इस अवसर पर बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत श्री अच्युतानंद जी महाराज ने समस्त माव भक्तों और बेणेश्वर धाम के श्रद्धालुओं की ओर से राज्य सरकार का आभार प्रकट किया। आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा ने राज्य सरकार की ओर से क्षेत्र में विकास कार्यों की सौगात पर आभार प्रकट करते हुए कहा कि एनिकट निर्माण से क्षेत्रवासियों और किसानों की जिंदगी में खुशहाली आएगी।
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी जोशी, कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया, जल संसाधन मंत्री श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया, खेल तथा सूचना एवं जनसम्पर्क राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना, आरसीए अध्यक्ष श्री वैभव गहलोत का मंच पर भावभीना स्वागत किया गया।
220 मीटर लंबा एनिकट बनेगा
बेणेश्वर धाम एनिकट का निर्माण तहसील साबला के बेणेश्वर धाम से 1 किमी स्थित सोम-जाखम नदी पर किया जाना प्रस्तावित है। इस एनिकट के निर्माण पर लगभग 26 करोड़ रूपए खर्च होंगे। मार्च 2025 तक एनिकट बनकर तैयार हो जाएगा। बेणेश्वर धाम एनिकट की लम्बाई 220 मीटर व उंचाई 3.5 मीटर एवं भराव क्षमता 14.32 एमसी एफटी प्रस्तावित है। एनिकट बनने से आसपास के क्षेत्र में कंुआंे में पानी का जल स्तर बढ़ेगा एवं पशु पक्षियों हेतु पानी का जल उपलब्ध होगा।
लोककल्याण के लिए जनप्रतिनिधि का सजग होना जरूरी- विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी
