उदयपुर। पुर्तगाल के लिस्बन में 13 अगस्त से आयोजित होने वाली विश्व मास्टर्स टेनिस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये उदयपुर से दीपांकर चक्रवर्ती सहित 4 सदस्यीय दल 9 अगस्त को दिल्ली से रवाना होगा।
भारतीय टीम के वेटरन खिलाड़ी दीपांकर चक्रवर्ती दलीय स्पर्धा के अलावा व्यक्तिगत स्पर्धा में भी भाग लेंगे। टीम में अन्य सदस्य केरला के संजय कुमार,दिल्ली के पवन जैन एवं कर्नाटक के नागराज शामिल है।
स्तनपान सप्ताह का समापन समारोह मनाया
उदयपुर। विश्व स्तनपान दिवस पर इनरव्हील क्लब ऑफ उदयपुर दिवास ने सोमवार को रूपसागर स्थित आंगनबाड़ी की महिलाओं के साथ मनाया। क्लब अध्यक्ष नयना जैन ने बताया कि आंगनवाड़ी में सभी महिलाओं को पौष्टिक खाद्य पदार्थ वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में छोटे बच्चों की माताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर डॉ. बलदीप शर्मा ने सभी महिलाओं को जानकारी दी कि मां का दूध अमृत होता है। बच्चे को मां का दूध पिलाने से मां और बच्चे दोनों को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है। कार्यक्रम में क्लब सचिव प्रीती सिरोया, सदस्य शर्मीली शर्मा, सुलेखा मोगरा, ममता रांका, ममता छाजेड़, ललिता बाफना, स्नेहा सिसोदिया, शशि मेहता, विनीता पामेचा, आशा नावेडीया, झंकार मोगरा , हेमलता खत्री विकल मोगरा आदि मौजूद थे।
इधर, रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर, गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवम् हॉस्पिटल, आईएपी उदयपुर एवम् इनरव्हील क्लब के संयुक्त तत्वाधान में मनाए जा रहे विश्व स्तनपान सप्ताह का आज गीतांजली हॉस्पिटल के प्रांगण में समापन समारोह आयोजित किया गया।
डॉ. देवेंद्र सरीन ने सप्ताह भर तक स्तनपान संबंधित की गई गतिविधियों की चर्चा की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. एफएस मेहता थे। उन्होंने शिशु के लिए मातृ दूध को अत्यंत उपयोगी बताया। समारोह की अध्यक्षता गीतांजली की अतिरिक्त आचार्या डॉ. मनजिंदर कौर की। रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर के अध्यक्ष रो.गिरीश मेहता ने मदर मिल्क बैंक की उपयोगिता के बारे में बताया। विशेष अतिथि एवं इनरव्हील क्लब की अध्यक्षा डॉ. स्वीटी छाबड़ा, गीतांजली के सीईओ प्रतीम तंबोली ने भी विचार रखे।
बदलती दुनिया में व्यापार के तरीके में भी बदलावः प्रो. गौरव
-चेंजिंग बिज़नेस एनवायरनमेंट पर एफएमएस के बीबीए और एमबीए के छात्रों से बातचीत
उदयपुर। प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि निरन्तर तेजी से बदलती दुनिया में व्यापार करने के तरीके और सोच में भी बदलाव हो रहा है। वे सोमवार को चेंजिंग बिज़नेस एनवायरनमेंट विषय पर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट एन्ड स्टडीज कॉलेज (एफएमएस ) में सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अब सिर्फ उत्पाद बनाना ही कंपनियों का मकसद नहीं रहा उसके साथ साथ उत्पाद से संबंधित सर्विस देना भी एक प्रमुख बिजनेस मॉडल के रूप में स्थापित हो रहा है। कंपनियां प्रोडक्ट के साथ उससे संबंधित सर्विस भी ग्राहकों को दे रही है। कंपनियां अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज का प्लेसमेंट करने से पहले यह निर्धारित कर रही है कि इन प्रोडक्ट और सर्विसेज की ग्राहकों को जरूरत है या इच्छा है। जरूरतों और इच्छाओं के अनुसार यह निर्धारित करना कि इस प्रोडक्ट की सर्विसेज का कस्टमर बेस व्यापक है। प्रो. गौरव ने कहा कि अपने उपभोक्ताओं को आउटरिच करना जिसमें यह निर्धारित किया जा सके कि आउट रिच का सबसे महत्वपूर्ण जरिया सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग अथवा कोई और माध्यम है। सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन यह हुआ कि आज बिज़नेस में म्ैळ एनवायरमेंटल सोशल गवर्नेंस के पैरा मीटर पर व्यापार कितनोंको बेनेफिट दे रहा है।
इस अवसर पर एफएमएस कॉलेज के प्रोफेसर हनुमान प्रसाद, प्रोफेसर मीरा माथुर व अन्य स्टाफ और बीबीए और एमबीए के सैंकड़ो छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।