मुम्बई आयकर विभाग की कार्रवाई
उदयपुर। आयकर विभाग ने मंगलवार को मिराज ग्रुप पर छापेमार की कार्रवाई की। मुम्बई आयकर विभाग की टीमों की कार्रवाई मिराज ग्रुप के मुम्बई, उदयपुर, अजमेर, नाथद्वारा सहित अन्य शहरों के 20 ठिकानों पर जारी है।
मंगलवार को मुंबई आयकर विभाग की टीमों ने मिराज ग्रुप के मालिक मदनलाल पालीवाल के नाथद्वारा—नाथूवास स्थित घर और दफ्तर के अलावा समूह के प्रबंध निदेशकों, सीईओ सहित एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ पदाधिकारियों के घर पर भी छापेमारी की। संभावना जताई जा रही है कि आयकर विभाग की इस कार्रवाई में करोड़ों की टैक्स चोरी और अघोषित संपत्ति का खुलासा हो सकता है। आयकर विभाग को शंका है कि मिराज समूह में विभिन्न शैल कंपनियों के जरिए ब्लैक मनी का रोटेशन होता है और ऐसे में अन्य एजेंसियों भी मिराज समूह पर नजर बनाए हुए हैं।
बताया गया कि जयपुर समेत मुंबई आयकर विभाग को काफी दिनों से मिराज समूह के ठिकानों पर काली कमाई का इनपुट मिल रहा था। जिसके बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने टीम गठित करके छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। आयकर विभाग की टीम कारोबारी के बैंक लॉकर्स को खंगालने की तैयारी कर रही है। साथ ही कारोबारी के ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच हो रही है। आयकर विभाग की जांच में काली कमाई के साथ बेनामी संपत्तियो के राज खुलने की भी संभावना है। आयकर विभाग ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि कितनी कर चोरी मिली है लेकिन माना जा रहा है कि अभी दो—तीन दिन तक कार्रवाई जारी रहेगी और उसके बाद ही खुलासा हो पाएगा। करोड़ों की नकदी के अलावा कई लॉकरों की जानकारी विभाग को मिली है, जिनकी जांच बुधवार को किए जाने की संभावना है।
गौरतलब है कि मिराज समूह की फूड, प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग, रियल एस्टेट, एंटरटेनमेंट, फिल्म प्रोडक्शन, हॉस्पिटेलिटी, पाइप्स एंड फिटिंग, रिटेल, डिजिटल, इंजीनियरिंग सेक्टर्स की बीस कंपनियां हैं। चार महीने पहले ही मिराज समूह की ओर से तैयार विश्व की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा का लोकार्पण हुआ था, जो तीन सौ करोड़ की लागत से तैयार कराई थी। पिछले साल भी मिराज समूह के यहां आयकर की कार्रवाई हुई थी और 800 करोड़ रुपए की आय पर टैक्स चोरी पकड़ने के साथ मिराज समूह में काम करने वाले प्रबंध निदेशक को भी गिरफ्तार किया था।