उदयपुर। अशोका पैलेस स्थित मधुश्री ऑडिटोरियम में कल देवस्नान पूर्णिमा के पावन अवसर पर सुरों की मण्डली की वरिष्ठ नागरिक विंग के सदस्यों द्वारा “एक शाम – मेरे आराध्य के नाम” कार्यक्रम में मधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी गईं. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोका बेकरी के प्रोपराइटर एवं प्रतिष्ठित व्यवसायी अशोक माधवानी तथा विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ गायक केके त्रिपाठी एवं सुरों की मण्डली के संस्थापक और संरक्षक मुकेश माधवानी अध्यक्ष थे.
संस्थापक और संरक्षक मुकेश माधवानी ने बताया कि वरिष्ठ सुरों की मण्डली का अपना यह पहला कार्यक्रम बड़े धूमधाम और उत्सवपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ, जिसमें लगभग 34 वरिष्ठ नागरिकों ने अपनी दमदार, मधुर और भावपूर्ण प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
कार्यक्रम संयोजक एवं मीडिया प्रभारी ईश्वर जैन “कौस्तुभ” द्वारा ज़ारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि वरिष्ठ विंग के सदस्यों ने विगत डेढ़ महीने से नियमित गायन अभ्यास करके अपने सुरों को साधा तथा नियम बनाकर इस भव्य आध्यात्मिक सुरीले आयोजन को सफल बनाया.
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलन द्वारा किया गया. कौस्तुभ ने शब्दों द्वारा सभी आगंतुकों का स्वागत करके गणेश वन्दना प्रस्तुत की. इसके पश्चात् भोपालसिंह हाड़ा, हेमा जोशी तथा अन्य कार्यकारिणी सदस्यों ने अतिथियों का सम्मान किया. कार्यक्रम की अगली कड़ी में विमल शर्मा की सरस्वती स्तुति और फिर एक के बढ़कर भजनों का सिलसिला चल पड़ा. नूतन वेदी तथा हेमा जोशी के मंच संचालन ने शमां बांध दिया.
इस भजन संध्या में एच. क़ाज़ी, अशोक जोशी, अम्बालाल साहू, भगवतसिंह हाड़ा, नरेन्द्र सुखवाल, ललित जैन, हिम्मत सिंह सिसोदिया, राजकुमार बापना, कैलाश कैवल्या, मनोहर मुखिया, ओमप्रकाश गौड़, कमल जुनैजा, विष्णु वैष्णव, दिलीप जैन आदि कई वरिष्ठ सुर साधकों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं.
इस अवसर चेतना जैन ने अपने जन्मदिन होने से केक काटी और सबके लिए भोजन प्रसादी के आयोजन करके उपस्थित जनों से आशीर्वाद और शुभेच्छाएं प्राप्त कीं.
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री माधवानी ने सुरों की मण्डली के उद्देश्यों तथा आगामी कार्यक्रमों प्रकाश डाला तथा अन्त में क्वीना मैरी ने व्यक्त किया. श्री माधवानी तथा श्री त्रिपाठी की प्रस्तुतियों सबने ताली बजाकर दिल से सराहना की.