जयपुर 26 मई। झुंझुनूं जिले की थाना चिड़ावा पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर दुष्कर्म करने के आरोपी अमित कुमार उर्फ लक्खन (25) नायक पुत्र रामजीलाल निवासी नायकों का मोहल्ला बागोर थाना खेतड़ी जिला झुंझुनू को गिरफ्तार कर लिया है।
यह गिरफ्तारी झुंझुनू पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत के मार्गदर्शन और वृताधिकारी विकास धींधवाल के निकट सुपरविजन में, थानाधिकारी आशाराम गुर्जर के नेतृत्व में गठित एक विशेष टीम द्वारा की गई।
घटना का विस्तृत विवरण
घटना का खुलासा तब हुआ जब चिड़ावा थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के परिवार के सदस्य रात में खाना खाने के बाद घर के बाहर खुले चौक में सो रहे थे। रात करीब 11 बजे नाबालिग बेटी टीवी बंद करने के बाद बाहर निकली। परिजनों ने सोचा कि वह शौच के लिए गई है, लेकिन काफी देर तक जब वह वापस नहीं लौटी तो उसकी मां ने उसे जगाया और घर में तलाश शुरू की। बेटी कहीं नहीं मिली। आसपास और पड़ोस में भी पूछताछ की गई, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। परिजनों को शक हुआ कि अमित कुमार उर्फ लक्खन उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले गया है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ कर दिया।
पुलिस की त्वरित कार्यवाही और गिरफ्तारी
नाबालिग की तलाश के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तलाश के दौरान, टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य कांस्टेबल अमित सिहाग (759) को यह सूचना मिली कि नाबालिग लड़की और आरोपी झुंझुनू के आसपास ही मौजूद हैं। इस सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने बिना समय गंवाए सक्रियता दिखाते हुए नाबालिग लड़की और आरोपी अमित कुमार उर्फ लक्खन को निराधनु के पास से दस्तयाब कर लिया।
नाबालिग लड़की के बयान दर्ज किए गए और उसका आवश्यक मेडिकल परीक्षण करवाया गया। गहन अनुसंधान के बाद आरोपी अमित कुमार उर्फ लक्खन नायक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को सोमवार 26 मई, 2025 को न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी का पूर्व में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है।
टीम का विशेष योगदान
इस सफल अभियान में कांस्टेबल अमित सिहाग (759) का विशेष योगदान रहा, जिनकी सूचना पर पुलिस को त्वरित कार्रवाई करने में मदद मिली। गठित टीम में एसएचओ आशाराम गुर्जर, उप निरीक्षक तारा चंद, महिला हेड कांस्टेबल भीमकौर (69), कांस्टेबल अमित डाटिका (496), कांस्टेबल श्री बाबूलाल (1112) और महिला कांस्टेबल रोशनी (1202) शामिल थीं, जिन्होंने मिलकर इस जटिल मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह गिरफ्तारी चिड़ावा पुलिस की सजगता और त्वरित कार्रवाई का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।