देवनारायण कथा में अशोभनीय टिप्पणी का आरोप, पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला
उदयपुर: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में एक दलित बुजुर्ग को माफी मांगने के लिए इस कदर मजबूर किया गया कि वह सैकड़ों लोगों के सामने सिर पर जूते रखकर हाथ जोड़े खड़ा रहा। उसके बार—बार माफी मांगे जाने के बाद बावजूद अब उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है, जिसके वायरल होने पर पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मामला बेगूं क्षेत्र के दुगार गांव का है। पारसोली थानाधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को दलित समाज ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी। पीड़ित बुजुर्ग की रिपोर्ट पर 20 लोगों के खिलाफ जूते सिर पर उठाने को मजबूर करने का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच बेगूं डीएसपी बद्रीलाल राव कर रहे हैं।
घटना को लेकर सोमवार को दलित संगठनों के पदाधिकारी चित्तौड़गढ़ एसपी राजन दुष्यंत के पास पहुंचे। इस दौरान दलित साहित्य अकादमी संरक्षक निर्मल देसाई, जिला अध्यक्ष मदन लाल सालवी और अंबेडकर मंच संस्थान के संरक्षक छगनलाल चावला ने कार्रवाई की मांग की। मंगलवार को 20 लोगों के खिलाफ यह मामला दर्ज हुआ। जिसमें हजारीलाल, रतनलाल, उगमीचंद, भंवरलाल, जमनालाल और भैरुलाल नामजद आरोपी है जबकि अन्य आरोपी दुगार सहित आसपास गांवों के हैं। पुलिस अब उनकी पहचान कर रही है।
यह बताया जा रहा मामला
बताया गया कि इस साल जून में सालवी समाज का कार्यक्रम आयोजित हुआ था। जिसमें दुगार के भूरालाल गुर्जर और 70 साल के दलित बुजुर्ग डालू सालवी भगवान देवनारायण की बगड़ावत (फड़ वाचन) की कथा का मंचन किया था। लोगों का आरोप है कि गीत गाते समय डालू सालवी ने देवी-देवताओं पर अशोभनीय टिप्पणी की। हालांकि कार्यक्रम के दौरान इस पर किसी का ध्यान नहीं गया। कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर आने पर गुर्जर समाज में रोष फैल गया। इसके बाद दलित बुजुर्ग को लोगों ने फोन करके धमकाया। मामला शांत नहीं हुआ और 16 सितंबर को दुगार के देवरे पर गुर्जर समाज और ग्रामीणों की बैठक हुई। बैठक में बगड़ावत सुनाने वाले भूरालाल गुर्जर और दलित बुजुर्ग डालू सालवी को बुलाया गया। बैठक में भूरा गुर्जर को इस गलती के लिए 11 सौ रुपए का दंड सुनाया गया। दलित बुजुर्ग को जूते सिर पर रखकर माफी मांगने के लिए कहा गया। इसके बाद समाज के कुछ लोगों के जूते बुजुर्ग के सिर पर रखे। बुजुर्ग ने जूते सिर पर रखकर माफी मांगी। इस दौरान पूरे गांव के करीब 60-70 से ज्यादा लोग मौजूद थे।
माफी मंगवाने के बाद भी मिल रही धमकियां
पीड़ित बुजुर्ग डालू सालवी का कहना है कि उसने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली थी, लेकिन इसके बावजूद अब उसे धमकियां मिल रही हैं। उसका कहना है कि वह और उसके परिवार के सदस्य अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे।
चित्तौड़गढ़ जिले में दलित को सिर पर जूता रखवाकर मंगवाई माफी
