यदि मेरे वचन से एक व्यक्ति का भी जीवन बदलता है तो मेरा उदयपुर में चातुर्मास करना सार्थक : आचार्य पुलक सागर

झीलों की नगरी में राष्ट्रसंत जैनाचार्य पुलकसागर महाराज का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश 6 को, फतह स्कूल से निकलेगी विशाल शोभायात्रा
– 13 जुलाई को होगी चातुर्मासिक दिव्य मंगल कलश स्थापना
– सर्व समाज के लिए होगा 20 जुलाई से 15 अगस्त तक ज्ञान गंगा महोत्सव
उदयपुर, 4 जुलाई। जैन समाज के बड़े राष्ट्रसंत मनोज्ञाचार्य पुलक सागर महाराज का वर्ष 2008 के बाद एक बार पुन: लेक सिटी उदयपुर को एक बड़ा संत सानिध्य उदयपुर जैन समाज को मिलने वाला है, राष्ट्रसंत जैनाचार्य पुलक सागर महाराज का वर्ष 2025 का भव्य चातुर्मास उदयपुर में सकल जैन समाज के ततवावधान में दिगम्बर जैन मन्दिर, सर्वऋतु विलास में सम्पन्न होगा। इसी को लेकर गुरुवार को देबारी स्थित जीजे आयुर्वेद एवं नेचुरोपैथी हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर में पत्रकारों से रूबरू हुए एवं चातुर्मास से सम्बन्धित चर्चा की।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए आचार्यश्री ने कहा कि 17 साल बाद उदयपुर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उदयपुर मुझसे अछूता नहीं है, मेरे हृदय के करीब है। लोगों के दिलों तक अपनी बात पहुंचाने, सर्वधर्म समभाव की बात करने और बिखरे परिवारों को आपस में जोडऩे के लिए मैं उदयपुर आ रहा हूं । यदि मेरे वचन से एक व्यक्ति का भी जीवन बदलता है और उसका घर स्वर्ग बनता है तो उदयपुर में मेरा चातुर्मास करना सार्थक होगा । कोरोना काल के पहले उदयपुर चातुर्मास के भाव थे, लेकिन कोरोना काल खंड ने सभी के जीवन को प्रभावित किया और मैं उदयपुर नहीं आ पाया।
अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि जिसके अंतर्गत 6 जुलाई रविवार को प्रात: 7.30 गुरुदेव का मंगल प्रवेश फतह स्कूल प्रांगण से विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें हाथी, घोड़े, बग्गियां, विभिन्न समाज संगठनों की झांकियां एवं विभिन्न वेशभूषाओं के हजारों श्रावक-श्राविकाएं बैण्ड की स्वर लहरियों पर नांचते गाते एवं गुरूदेव के जयकारें लगाते हुए चलेंगे। शोभायात्रा सूरजपोल चौराहे होते हुए टाउन हॉल स्थित नगर निगम प्रांगण पहुंचेगी जहां आचार्य पुलक सागर महाराज का विशेष प्रवचन होगा। उसके पश्चात सभी श्रावक-श्राविकाओं के लिए स्वामीवात्ल्य का आयोजन होगा। उदयपुर संभाग के सभी पुलक मंच की शाखाओं के सदस्य विशेष वेशभूषा में सुशोभित रहेंगे। वहीं मेवाड़ जैन युवा संस्थान की ओर से शोभायात्रा में 51 बुलेट एवं खुली जीप में एस्कॉर्ट करेंगे।
– 12 जुलाई को होगा गुरु गुणगान महोत्सव
चातुर्मास समिति के कार्याध्यक्ष आदिश खोड़निया ने बताया कि आचार्य पुलक सागर महाराज के चातुर्मास के तहत शनिवार 12 जुलाई को दोपहर 2 बजे टॉउन हॉल परिसर में गुरु गुणगान महोत्सव का आयेाजन किया जाएगा। जिमसें गुरू पूर्णिमा के अवसर पर सभी भक्तजन अपने-अपने तरीके से गुरु भक्ति करेंगे।
– 13 जुलाई को होगी दिव्य मंगल कलश स्थापना
चातुर्मास समिति के मुख्य संयोजक पारस सिंघवी ने बताया कि रविवार 13 जुलाई को दोपहर 2 बजे टाउन हॉल में चातुर्मास के मंगल कलश की स्थापना होगी। जिसमें मुख्य कलश की बोली लागाई जाएगी।
– ज्ञान गंगा महोत्सव 20 जुलाई से 15 अगस्त तक
मुख्य संयोजक अशोक शाह एवं गौरवाध्यक्ष शांतिलाल मनोत ने संयुक्तरूप से बताया कि चातुर्मास श्रृंखला में पहला कार्यक्रम ज्ञान गंगा महोत्सव 20 जुलाई से 15 अगस्त तक आयोजित होगा । जिसमें 26 दिनों तक सर्व धर्म के धर्मावलम्बियों के लिए विशेष प्रवचन श्रृंखला आयोजित होगी। ज्ञान गंगा महोत्सव के अंतर्गत 31 जुलाई को मोक्ष सप्तमी, 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होंगे । ज्ञान गंगा महोत्सव में राष्ट्र संत पुलक सागर महाराज के विशेष प्रवचन होंगे। जिसमें उदयपुर, डूंगरपुर, सागवाड़ा, साबला, बांसवाड़ा, धरियावद, भीण्डर, कानोड़, अण्डिदा, सहित कई जगहों से श्रद्धालु पहुंचेंगे।
– पर्वराज पर्युषण महामहोत्सव में होंगे विशेष आयोजन
महामंत्री प्रकाश सिंघवी ने बताया कि आचार्यश्री के सानिध्य में पर्वराज पर्युषण महामहोत्सव 28 अगस्त से 6 सितंबर तक आयोजित होगा । जिसमें पर्युषण पर्व के तहत कई प्रकार के धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन होंगे। साथ ही सैकड़ों तपस्वी उपवास करेंगे। तपस्वियों का महापारणा 7 सितंबर को आयोजित होगा, वही 14 सितंबर को सकल जैन समाज का क्षमावाणी पर्व का भव्य आयोजन होगा । पर्यूषण महापर्व के पश्चात आगामी दिनों में कई और भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला रहेगी, जिसे समय समय पर अवगत करवाया जाएगा।
– सकल जैन समाज के तत्वावधान में होंगे आयोजन
कोषाध्यक्ष श्रीपाल धर्मावत ने बताया कि आचार्य श्री ने 2008 में उदयपुर में चातुर्मास किया था, उसके बाद 2015 में हीरामन टावर में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में सानिध्य प्राप्त हुआ था उसके 10 वर्षों बाद आचार्य श्री का सानिध्य पुन: उदयपुर को मिलने वाला है । सम्पूर्ण चातुर्मास सकल जैन समाज उदयपुर, श्री महावीर दिगम्बर जैन मंदिर सर्वऋतु विलास एवं अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच एवं महावीर युवा संगठन के तत्वाधान में आयोजित होगा ।
– 17 साल बाद झीलों की नगरी में होगा चातुर्मास
चातुर्मास समिति के प्रचार-प्रसार मंत्री विप्लव कुमार जैन ने बताया कि वर्ष 2008 के बाद एक बार पुन: झीलों की नगरी उदयपुर को एक बड़ा संत सानिध्य मिलने वाला है, राष्ट्रसंत जैनाचार्य पुलक सागर महाराज का वर्ष 2025 का भव्य चातुर्मास उदयपुर में सम्पन्न होने जा रहा है। अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि 6 जुलाई को भव्य मंगल प्रवेश उदयपुर में होगा । आचार्य श्री ने 2008 में उदयपुर में चातुर्मास किया था, उसके 17 वर्षों बाद आचार्य श्री का सानिध्य पुन: उदयपुर को मिलने वाला है ।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!