कोटा-चित्तौड़गढ़ हाईवे पर अचानक गाड़ी में लगी थी आग, दूध लेने जा रहे थे होटल मालिक
उदयपुर । चित्तौड़गढ़-कोटा हाईवे पर सोमवार कार में आग लगने से एक होटल मालिक जिंदा जल गया। घटना के समय होटल मालिक दूध लेने जा रहे थे। मौके पर फायर बिग्रेड की गाड़ी आती तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आग पर काबू पाया तो उसमें से कंकाल ही बराम हुआा । पुलिस को आशंका है कि पहले किसी अन्य गाड़ी ने उन की कार टकराई और घर्षण से उठी चिंगारी से कार ने आग लगी है। पुलिस जांच में जुटी है।
मिली जानकारी के अनुसार हादसा चित्तौड़गढ़ जिले के आछोड़ा चौराहे पर हुआ। लोगों ने एक ऑल्टो कार कुछ इस तरह से हाईवे पर जलने लगी। इसे देख आसपास के लोग दौड़े और फायर बिग्रेड को सूचना दी। तब तक कार सवार होटल मालिक जिंदा जल गया था।
कोतवाली थाना के एएसआई मदन लाल ने बताया कि जिंदा जले मिले व्यक्ति बस्ती इलाके के सुरजना के रहने वाले मांगीलाल धाकड़ (48) पुत्र मोहन लाल धाकड़ कार ड्राइव कर दूध लेने डेयरी जा रहे थे। सुरजना और नगरी के बीच मांगीलाल का शिव शक्ति नाम का होटल है। होटल से सोमवार सुबह करीब 5 बजे वह कार से गोपालनगर डेयरी के लिए निकले थे। गोपालनगर की दूरी होटल से करीब 5 किलोमीटर है। सेमलपुरा मोड़ की तरफ करीब तीन किलोमीटर ही आगे जा पाए थे। तभी आछोड़ा चौराहे पर कार में आग लग गई थी मांगीलाल धाकड़ को गाड़ी से निकलने का मौका नहीं मिला। मांगीलाल कार में ही जिंदा जल गए। कार के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से पुलिस को आशंका है कि पहले किसी गाड़ी से कार की टक्कर हुई और पूरी तरह जल चुकी कार में होटल मालिक का कंकाल मिला है। कार के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त है। इसलिए पुलिस को आशंका है कि पहले किसी गाड़ी से कार की टक्कर हुई थी।
सेमलपुरा मोड़ स्थित खामका बालाजी मंदिर में भजन संध्या चल रहा था। वहां मौजूद लोग दौड़कर कार की तरफ गए और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई तब तक पुलिस भी पहुंच चुकी थी। ड्राइविंग सीट पर मांगीलाल का कंकाल मिला। मांगीलाल की पहचान भी उनकी कार से ही हुई है। मौके पर दूसरी गाड़ी के टायरों के निशान भी मिले हैं। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि किसी अन्य गाड़ी से टक्कर हुई होगी, जिससे होटल कारोबारी की कार में आग लग गई।