जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला
हितधारक, अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आमजन ने निभाई सहभागिता
उदयपुर, 11 सितम्बर। आगामी वर्ष 2030 तक राजस्थान को देश का अग्रणी राज्य बनाने की मंशा से मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर शुरू किए गए राजस्थान मिशन-2030 के तहत जिला स्तरीय ऑनलाइन संवेदीकरण (सेंसिटाईजेशन) कार्यशाला सोमवार को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) राजीव द्विवेदी की अध्यक्षता में डीओआईटी वीडियो कांफ्रेन्स हॉल में हुई। इसमें ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक हितधारक, अधिकारी-कर्मचारीगण, जनप्रतिनिधि एवं आमजन वीसी के माध्यम से शामिल हुए।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए एडीएम सिटी द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का सपना राजस्थान को आगामी 2030 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना है। इसके लिए विभाग, जिला व राज्य का विजन दस्तावेज 2030 तैयार किया जा रहा है। विजन दस्तावेज के लिए हितधारकों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों और आमजन के सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं। द्विवेदी ने सभी का आह्वान करते हुए कहा कि सपनों का राजस्थान कैसा हो, इस पर अधिक से अधिक और अच्छे से अच्छे सुझाव दिए जाएं, ताकि इन सुझावों के आधार पर तैयार होने वाला विजन दस्तावेज में भावी विकसित राजस्थान की झलक नजर आए।
प्रारंभ में मुख्य आयोजना अधिकारी पुनील शर्मा ने वीसी से जुड़े सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और आमजन का स्वागत किया। इसके पश्चात स्वतंत्रता दिवस पर मिशन 2030 पर मुख्यमंत्री महोदय के उद्बोधन तथा मिशन से संबंधित वीडियो फिल्म का प्रसारण किया गया। मिशन 2030 के बारे में आयोजना विभाग की ओर से तैयार की गई पीपीटी के माध्यम से अभियान को सफल बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय पाठक ने जिले की बजट घोषणाओं और फ्लैगशिप योजनाओं की उपलब्धियों पर आधारित पीपीटी प्रस्तुत की।
कार्यशाला में जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि व कर्मचारी तथ ग्राम पंचायत स्तर पर भी अधिकारी-कर्मचारी व आमजन ने भागीदारी निभाई।
राजस्थान मिशन 2030 : परिवहन विभाग की कार्यशाला में आए सुझाव
राजस्थान मिशन 2030 के संबंध में परिवहन विभाग की कार्यशाला सोमवार को प्रादेशिक परिवहन कार्यालय उदयपुर में आयोजित हुई। मुख्य वक्ता प्रादेशिक परिवहन अधिकारी पी.एल. बामनिया ने ’विजन 2030’ को राज्य सरकार की वर्ष 2030 तक की विभागीय नीति निर्धारण में सरकारी कार्यालयों एवं अधिकारियों की सहभागिता के साथ ही जन सहभागिता को विशेष रूप से रेखांकित किया।
प्रारम्भ में अतिरिक्त प्रादेषिक परिवहन अधिकारी अनिल पण्ड्या ने ’विजन 2030’ दस्तावेज़ की आवष्यकता एवं उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाष डालते हुए आगंतुकों का स्वागत किया। नाथद्वारा निजी बस ऑपरेटर्स एसोसिएषन के प्रतिनिधि बाबू लाल चौधरी ने आम जनता को सुगम और सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए अधिकाधिक रूट्स खोलने और उन पर निजी बस ऑपरेटर्स को अधिकाधिक परमिट देने की बात कही। उन्होंने वाहनों से प्रतिमाह वसूल किए जाने वाली वर्तमान टेक्स स्लेब को भी कम करने का आग्रह किया ताकि यात्रियों पर किराये का भार कम पड़े और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का और अधिक इस्तेमाल हो सके।
कार्यषाला में उदयपुर वाहन डीलर्स एसोसिएशन की ओर से शब्बीर के. मुस्तफा ने राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गों पर ऑवर स्पीडिंग और शहरी सड़कों पर अतिक्रमण तथा अव्यवस्थित पार्किंग को सड़क दुर्घटनाओं का बड़ा कारण माना। उन्होंने जन जागरूकता के साथ ही परिवहन सेवाओं से जुड़े परिवहन कार्यालयों तथा ट्राफिक पुलिस को अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करने पर बल दिया। मोटर ड्राइविंग स्कूल के प्रतिनिधि जितेन्द्र आर्य ने क्षतिग्रस्त सड़कं, यातायात संकेतकों के अभाव एवं वाहन चालकों में जागरूकता और दायित्व बोध की कमी को सड़क दुर्घटना होने का बड़ा कारण बताया।
कार्यषाला में विभागीय कार्मिकों और अधिकारियों के अलावा, पुलिस विभाग, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, ट्रक एवं बस ऑपरेटर्स, फिटनेस सेंटर संचालक, मोटर ड्राइविंग स्कूलों के प्रतिनिधि, पेट्रोल डीलज वितरकों ने भी भाग लिया। जिला परिवहन अधिकारी अनिल कुमार सोनी ने आभार जताया। संचालन आधार फाउंडेशन के नारायण चौधरी ने किया।
लोसिंग स्कूल में पोस्टर व नारों से दिया मतदान का संदेश
उदयपुर जिले में द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में स्वीप टीम द्वारा विद्यालय, महाविद्यालय एवं सार्वजनिक स्थलों पर सतत मतदाता जागरूकता गतिविधियां जारी हैं। इसी क्रम में सोमवार को स्वीप गतिविधियों के तहत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लोसिंग में मतदान जागरूकता से संबंधित पोस्टर लेखन व नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने पोस्टर व नारों के माध्यम से ग्रामीणों को मतदान के लिए प्रेरित किया। वहीं स्वीप टीम द्वारा विद्यार्थियों को ईवीएम-वीवीपेट मशीन के संचालन की जानकारी के साथ मतदान का महत्व समझाया।