उदयपुर 21 सितंबर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को उदयपुर सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में चारों ओर भारी बारिश से सड़कें टूट गई हैं, फसलें नष्ट हो चुकी हैं और किसान गहरी समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन बेपरवाह बने हुए हैं। उन्होंने आयड़ नदी पर खर्च किए गए 70 करोड़ रुपये को सवालों के घेरे में लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अपराध की घटनाएं, विशेषकर रेप केस, लगातार बढ़ रहे हैं और अधिकांश मामलों में आरोपी पकड़े नहीं जा रहे हैं, जिससे पुलिस और सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि “राजस्थान में अब सरकार और पुलिस का डर खत्म हो चुका है, अपराध हदें पार कर चुका है और जनता असहाय महसूस कर रही है।”
उन्होंने मुख्यमंत्री के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के दौरे को लेकर भी कटाक्ष किया और कहा कि “मुख्यमंत्री को पैदल जाकर लोगों की समस्याएं देखनी चाहिए थीं, लेकिन उन्होंने हेलीपैड पर लोगों को बुलाकर औपचारिक जानकारी ले ली।”
गहलोत ने कहा कि मौजूदा सरकार ने उनकी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को या तो बंद कर दिया है या कमजोर कर दिया है । उन्होंने कहा कि “शिक्षा व्यवस्था में भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल बंद कर दिए गए हैं और नए शिक्षक नियुक्त नहीं किए जा रहे हैं।”
कन्हैयालाल हत्याकांड पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि “हमारी सरकार ने आरोपियों को घंटों में पकड़कर NIA को सौंप दिया था, लेकिन तीन साल बाद भी इतनी सक्षम एजेंसी सजा दिलाने में नाकाम रही है।” उन्होंने केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह से स्पष्ट करने की मांग की कि “इस केस की सुनवाई क्यों नहीं बढ़ रही है और इसमें क्या रहस्य है।”
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा ही देश को बचा सकती है और आज जरूरत है कि जनता सच को पहचाने।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री का प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने मेवाड़ी पगड़ी, तिरंगा उपरणा और तिरंगी सूत की माला पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर ताराचंद मीणा, प्रीती शक्तावत, फतेह सिंह राठौड़, कच्छरू लाल चौधरी, लाल सिंह झाला सहित अनेक कांग्रेसी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इससे पूर्व गहलोत स्व. कन्हैयालाल के आवास पर जा कर परिजनों से मिले। पूर्व केंद्रीयमंत्री स्व. डॉ. गिरिजा व्यास के निवास पर जा कर उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर परिजनों से मिले।