हरेक प्रदेश में होगी जी20 बैठक, पर्यटन उद्योग के अवसर का लाभ उठाने का मौका न गवाएं – परदेसी

-राजेश वर्मा
उदयपुर। जी-20 देशों के अलग-अलग ग्रुप की भारत में 200 से ज्यादा बैठकें होंगी। देश के हर प्रदेश में यह बैठक होगी। हरेक प्रदेश अपने यहाँ पर्यटन उद्योग को बढ़ाने और विकास के अवसर का लाभ उठाने का यह मौका न गवाएं।
यह कहना है ओएसडी (जी-20 आॅपरेशन्स) मुक्तेश के परदेसी का। पत्रकारों से रूबरू होते हुए ओएसडी परदेसी ने कहा कि राजस्थान ऐसा प्रदेश होगा, जहां तीन बड़े शहरों उदयपुर के बाद जोधपुर व जयपुर में भी इनके अलग-अलग ग्रुप की बैठक होगी। उन्होंने बताया कि सितम्बर 2023 में भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में जी-20 देशों के प्रधानमंत्रियों की बैठक होगी। इस बैठक से पहले देश के हर राज्य में विभिन्न वर्किंग ग्रुप की बैठकें चलेंगी। इनका मुख्य उद्देश्य देश की नीति के साथ प्रदेश की संस्कृति को भी बढ़ावा देना है।
न्यूजीलैंड और मेक्सिको में भारत के राजदूत रहे परदेसी ने कहा कि जी-20 ऐसे समय हो रहा है जब दुनिया हमारी तरफ देख रही है। वे बोले, कोविड के समय न्यूजीलैंड का हॉस्पिटिलिटी सेक्टर बुरी तरह चरमरा गया था। वैक्सीन के लिए दुनिया हमारी तरफ देख रही थी। न्यूजीलैंड में इलेक्ट्रोनिक वोटिंग सिस्टम नहीं है, राजदूत रहते समय मुझे लोग पूछते थे कि भारत में ये कैसे संभव हो पाता है। ऐसे में जी-20 देशों को भारत से बड़ी उम्मीदे हैं।
परदेसी ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य 2047 तक भारत को विकसित देश बनाना है। हमारी प्राथमिकता वीमन डवलपमेंट, डिजिटल वर्किंग और मजबूत इकोनॉमी है।
यूथ को विकास की सीढ़ी में जोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वाय-20 और स्टार्टअप-20 दो विजन जी-20 में शामिल हैं। इनके अंतर्गत यूथ को जोड़ना और स्टार्टअप्स पर आपस में चर्चा करके इस क्षेत्र को विकसित करना जी-20 के लक्ष्यों में शामिल है। विभिन्न विश्वविद्यालयों को इसके लिए छात्रों का चयन कर उनसे विभिन्न विषयों पर विजन मांगा गया है। इसमें उदयपुर के सुखाड़िया विश्वविद्यालय को भी जोड़ा गया है।
उदयपुर से सिंगापुर रेल नेटवर्क फिलहाल चर्चा में नही
उदयपुर शहर से सिंगापुर तक रेल जुड़ाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत के पूर्वोत्तर से म्यांमार तक रोड नेटवर्क पर कार्य जारी है, उससे आगे यह अन्य पड़ोसी देशों तक बढ़ सकता है यदि ऐसी सहमति बन जाए, लेकिन रेल नेटवर्क फिलहाल चर्चा में नहीं है। जहां तक सिंगापुर तक रेल की बात है तो वह आसियान ग्रुप द्वारा विचार का विषय है, उस मंच तक यह विषय पहुंचाने का प्रयास किया जा सकता है। गौरतलब है कि उदयपुर की उदयपुर सिटीजन सोसायटी ने उदयपुर से सिंगापुर तक बुलेट ट्रेन का विजन प्रस्तुत किया है।
पासपोर्ट सेवा केंद्र स्थापना में रही अहम भूमिका
जी-20 के आॅपरेशन हैड परदेसी ने उदयपुर सुभाष नगर स्थित पासपोर्ट सेवा केन्द्र का विजिट किया। वहां अधिकारी-कर्मचारियों से मुलाकात कर काम का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि उदयपुर को पासपोर्ट सेवा केन्द्र की सौगात में उनकी भी भूमिका रही थी। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी होती है कि वे यहां के लोगों के लिए कुछ कर पाए।
मदर आॅफ डेमोक्रेसी है भारत
परदेसी ने कहा कि भारत मदर आॅफ डेमोक्रेसी है और यही दुनिया को बताना भी है। भारत प्रजातंत्र की जननी है। हम लार्जेस्ट डेमोक्रेसी हैं। शेरपा बैठक में हाय 20 देशों के डेलीगेट्स खुद आंखों से देख रहे होंगे कि देश में मतदान शांतिपूर्ण हो रहा है जबकि न्यूजीलैंड और मेक्सिको जैसे देशों में ऐसी स्थितिया नहीं है। वहां ईवीएम व्यवस्था नहीं है। देश में यूं तो कई इवेंट हुए हैं ॅ20 शेरपा बैठक यह मेगा इवेंट है। देश मे कोरोना काल में हुए नुकसान को रिकवर करने का मौका है। इससे बेरोजगार बढ़ाने का रास्ता खुलेगा। उन्होंने कहा कि छोटी जगह पर मीटिंग करने से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। यह एक जन आंदोलन जैसा है।

By Udaipurviews

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