फतहनगर के महामूर्ख कवि सम्मेलन में छूटे हंसी के फव्वारे

फतहनगर। शीतला सप्तमी महोत्सव समिति के तत्वावधान में यहां सोमवार की रात्रि को महामूर्ख कवि सम्मेलन का आयोजन मुख्य चैराहे पर किया गया।

कवि सम्मेलन के शुभारंभ पर आयोजन समिति के सदस्यों ने कवियों का स्वागत किया। सूत्रधार हिम्मतसिंह उज्जवल ने कवियों का परिचय प्रस्तुत किया जबकि संचालक नवीन सारथी ने प्रत्येक कवि की पृष्ठभूमि का विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्हें बारी-बारी से काव्यपाठ के लिए आमन्त्रित किया। कवयित्री भावना लोहार ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की जबकि स्थानीय कवि चम्पादास कामड़ फव्वारा ने हास्य से सरोबार मेवाड़ी रचनाएं प्रस्तुत कर कवि सम्मेलन का आगाज किया। कामड़ ने अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों को गुद गुदाया। सम्पत सुरीला ने पैरोड़ियों के माध्यम से श्रोताओं को हंसने को मजबूर किया वहीं सिद्धेश्वर सिद्धू ने हास्य की एक लंबी श्रृंखला प्रस्तुत कर श्रोताओं को बांधे रखा। बद्री बसन्त ने भी हास्य से सरोबार काव्य पाठ किया। संचालक नवीन सारथी एवं कवयित्री भावना के बीच चली नोंक झौंक का श्रोताओं ने खूब आनंद लिया। कवि सम्मेलन देर रात तक चला। कवि सम्मेलन के दौरान उपस्थित श्रोताओं को पकौड़ी व चपड़े का प्रसाद भी वितरण किया गया। कवि सम्मेलन में कई जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

By Udaipurviews

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