जीवन में सफलता के लिए शारीरिक, मानसिक सुदृढ़ता के साथ आध्यत्मिक होना भी जरूरी – प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत

विद्यापीठ – दस दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का हुआ आगाज
विद्यापीठ हेरिटेज  संस्थान   – प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत
उदयपुर 08 नवम्बर / जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक होम्योपैथी चिकित्सा महाविद्यालय की ओर से नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए आयोजित 10 दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का आगाज शुक्रवार को महाविद्यालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, प्राचार्य डॉ. अमिया गोस्वामी, डीन प्रो. गजेन्द्र माथुर, डॉ.  बबीता रशीद, डॉ. लिली  जैन, डॉ. निवेदिता ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया। प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. अमिया गोस्वामी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए होम्योपैथी की विकास यात्रा को प्रदर्शित किया। अध्यक्षता करते हुए प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि विद्यापीठ हेरिटेज संस्थान है जिसकी स्थापना आजादी के 10 वर्ष पूर्व 1937 में मनीषी पंडित जनार्दनराय नागर ने वंचित वर्ग के उत्थान एवं शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के उद्देश्य से की थी। प्रो. सारंगदेवोत ने भावी डॉक्टरों का आव्हान किया जीवन में सफलता के लिए शारीरिक, मानसिक रूप से सुदृढ़ होने के साथ आध्यत्मिक ज्ञान भी जरूरी है। विद्यार्थी आने वाले 25 वर्षो का रोडमेप तैयार करें कि उन्हें आगे करना क्या है? होम्योपैथी एक ऐसी चिकित्सा विधा है जिसमें किसी भी बीमारी का बिना किसी साइड इफेक्ट के इलाज संभव है। इस पेशे में मानवीय संवेदनशील होना भी जरूरी है। जब व्यक्ति परेशान होता है तभी वह डॉक्टर के पास जाता है इसलिए पहले मरीज की पूरी बात सुनना ज़रूरी है।
इस अवसर पर प्रो. आईजे माथुर, डॉ. नवीन विश्नोई, डॉ. अजीता रानी, डॉ. एजाज़, डॉ. मिनाक्षी श्रीवास, डॉ. संतोष लांबा, डॉ. सुमित धाकड़, डॉ. धीरेन्द्र सिंह सहित विद्यार्थी तथा उनके अभिभावक उपस्थित थे।
संचालन डॉ. ऐश्वर्या पंवार, डॉ. साक्षी सनाढ्य ने किया जबकि आभार डॉ. लिली जैन ने जताया।
By Udaipurviews

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