उदयपुर, 14 जुलाई। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा शिल्पग्राम में आयोजित 5 दिवसीय म्यूरल आर्ट कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हुआ। यह कार्यशाला दिनांक 10 से 14 जुलाई तक आयोजित की गई।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य जन-जन तक हर आयु वर्ग में इस म्यूरल आर्ट को पहुंचाना है ताकि विलुप्त होती इस कला के प्रति चेतना जागृत हो और संचित कर इस परंपरागत कला के बारे में जाने। केन्द्र इसी तरह से और भी कार्यशालाएं आयोजित करता रहेेगा। इस कार्यशाला के विशेषज्ञ केरला से अनिल एवं रवीन्द्रन थे। इस कार्यशाला में कुल 32 चयनित प्रतिभागियों ने भाग लिया और म्यूरल कला की बारीकियां सीखकर देवी-देवताओं की चित्रकारी उकेरी गई तथा अंत में बनाई गई कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाकर प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए। कार्यशाला का संचालन दुर्गेश चांदवानी ने किया। इस अवसर पर शूरवीर सिंह, सुनिल निमावत, महेन्द्र गहलोत, जागृति पंवार, विवेक पारेख आदि मौजूद थे।
साथ ही शिल्पग्राम में चल रहे चित्रांकन म्यूरल आर्ट केम्प में शुक्रवार को स्कूली बच्चों ने अवलोकन किया तथा उन्होंने म्यूरल कला के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस केम्प द्वारा बनाई गई कलाकृतियां रविवार को शिल्पग्राम में प्रदर्शित की जाएगी।
पांच दिवसीय म्यूरल आर्ट कार्यशाला का समापन
