डूंगरपुर, 01 अगस्त (ब्यूरो)। डूंगरपुर जिले में चोरी और गुम हुए मोबाइल गुरुवार को वापस मिलने पर लोगों के मोबाइल मालिकों चेहरे खिल उठे। पुलिस के विशेष अभियान के तहत करीब 10 लाख रुपए कीमत के 32 मोबाइल उनके मालिकों को लौटाए गए। एसपी ऑफिस में एसपी मोनिका सैन ने मोबाइल धारकों को बुलाकर मोबाइल सुपुर्द किए। एसपी मोनिका सैन ने बताया कि डूंगरपुर जिले के थाना क्षेत्रों में गुमशुदा और चोरी हुए मोबाइल फोन की डिटेल एकत्र कर पुलिस टीमों द्वारा कई दिनों तक तकनीकी विश्लेषण किया गया। इस विश्लेषण के आधार पर मोबाइल फोन को ट्रेस कर विभिन्न जगहों से बरामद किया गया। इन मोबाइल फोनों के मालिकों ने अलग-अलग थानों में शिकायत दर्ज करवाई थी। इन्हीं शिकायतों के आधार पर पुलिस ने इन लोगों को बुलाकर मोबाइल सुपुर्द किए। एसपी मोनिका सैन ने बताया कि विशेष अभियान के तहत करीब 10 लाख रुपए के 32 मोबाइल बरामद किए गए थे। इन बरामद मोबाइलों को उनके मालिकों को वापस लौटाने में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि साइबर पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर इन्हें बरामद किया। मोबाइल वापस मिलने पर मालिकों ने पुलिस का धन्यवाद किया और इस पहल की सराहना की।
राशन डीलर्स की हड़ताल से डूंगरपुर में खाद्य संकट: 2.87 लाख परिवार प्रभावित
डूंगरपुर, 01अगस्त(ब्यूरो)। डूंगरपुर के राशन डीलर्स ने अपनी चार सूत्रीय मांगों के समर्थन में गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल के कारण जिले की 562 राशन की दुकानें बंद हो गई हैं, जिससे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चयनित 2 लाख 87 हजार से अधिक परिवारों को राशन नहीं मिल पा रहा है।
राशन विक्रेताओं यह है मांगे – जिलाध्यक्ष राकेश जैन के अनुसार, राशन विक्रेताओं की प्रमुख मांगों में मासिक मानदेय 30 हजार रुपए करना, पिछले महीनों का बकाया कमीशन देना, गेहूं पर 2 प्रतिशत छीजत का भुगतान करना और ई-केवाईसी सीडिंग का मेहनताना देना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि डूंगरपुर के राशन विक्रेता अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने के कारण अब वे हड़ताल पर उतरने को मजबूर हो गए हैं।
हड़ताल के चलते खाद्य संकट –राशन डीलर्स के इस कदम से डूंगरपुर जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 2 लाख 87 हजार 671 परिवारों की 11 लाख 65 हजार यूनिट को राशन नहीं मिल पा रहा है। विभाग के नियमानुसार महीने की 1 तारीख से 15 तारीख तक राशन का वितरण किया जाता है, जिसके लिए 60 हजार क्विंटल गेहूं का आवंटन होता है। इस हड़ताल के चलते जिले में खाद्य संकट उत्पन्न हो गया है। कई परिवार जो पूरी तरह से सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर निर्भर हैं, अब आवश्यक खाद्य सामग्री से वंचित हो रहे हैं। लोगों को इस स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक उपायों की तलाश करनी पड़ रही है। सरकार और राशन डीलर्स के बीच संवादहीनता से हालात और भी गंभीर हो गए हैं। प्रभावित परिवारों ने सरकार से जल्द से जल्द इस मुद्दे को सुलझाने और राशन वितरण को सुचारू रूप से बहाल करने की अपील की है। राशन डीलर्स की हड़ताल से उत्पन्न इस खाद्य संकट ने प्रशासन की कार्यक्षमता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
डूंगरपुर में एक बार फिर पथराव, क्रय विक्रय समिति के अध्यक्ष कार पर देवल के पास बदमाशो ने किया पथराव
डूंगरपुर, 01 अगस्त। जिले में पत्थराव की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है बिती रात्री काे सदर थाना क्षेत्र के देवल गांव में माेड़ पर बदमाशाें ने क्रय विक्रय समिति के अध्यक्ष रतनलाल पाटीदार कार पर पत्थराव कर दिया। जिससे कार का अागे की हैडलाइट का शीशा टूट गया। रतनलाल पाटीदार ने बताया कि वह अपने अन्य साथियाें के साथ उदयपुर से डूंगरपुर अा रहे थे। रात करीब 8.42 मिनट पर कार जैसे ही देवल गांव में पहुंची थी सड़क पर माेड़ अचनाक से एक पत्थर कार से टकराया। जिस पर कार चालक ने कुछ दूर जाकर कार राेका तथा बाहर अाकर देखा ताे कार का अागे की हैड़लाइट का शीशा टूटा है। पीछे की अाेर देखा ताे एक बदमाश भागते हुए भी दिखाई दिया। जिस पर पाटीदार ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस काे दी। सूचना माैके पर रात्री गश्त कर रही पुलिस की गाड़ी पहुंची लेकिन तब तक बदमाश भाग चुका था। पुलिस के पहुंचने के बाद कार लेकर रतनलाल पाटीदार डूंगरपुर पहुंचे।फिलहाल क्रय विक्रय समिति अध्यक्ष रतनलाल पाटीदार के द्वारा पुलिस किसी भी काेई िरपाेर्ट दर्ज नहीं करवाई है।
