-स्टूडेंट्स और ग्रामीण रहे मौजूद
-दो कमरों में चल रहा था 450 स्टूडेंट्स कॉलेज
जुगल कलाल
डूंगरपुर, 9 सितंबर. रामसागड़ा में लंबे समय से तैयार सरकारी कॉलेज का उद्घाटन सोमवार को कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने कर दिया। इस दौरान गांव के लोग और स्टूडेंट्स मौजूद रहे, लेकिन कॉलेज प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। तीन महीने से तैयार कॉलेज भवन का उद्घाटन न होने से छात्रों में नाराजगी थी, क्योंकि कॉलेज का संचालन जालुकुआ के सीनियर स्कूल के दो छोटे कमरों में हो रहा था, जिससे छात्रों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही थी।
विधायक बोले – तीन साल में तैयार हुआ कॉलेज भवन, उद्घाटन में देरी से बढ़ी छात्रों की समस्याएं
वर्ष 2021-22 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने रामसागड़ा में सरकारी कॉलेज की घोषणा की थी। इसके बाद कॉलेज भवन के निर्माण का कार्य शुरू हुआ, जिसे पूरा होने में लगभग तीन साल का समय लगा। इधर, प्रशासन ने जालुकुआ के सीनियर स्कूल में अस्थाई तौर पर कॉलेज की कक्षाएं शुरू कर दीं, लेकिन यहां सिर्फ दो कमरे ही उपलब्ध कराए गए, जिसमें 450 छात्रों को एडमिशन दिया गया। दो कमरों में इतने छात्रों का बैठना और पढ़ाई करना बेहद कठिन हो गया था। छात्रों के बैठने की जगह कम पड़ने से आए दिन कक्षाओं के संचालन में रुकावट आती रही। कई बार छात्रों ने जिला प्रशासन से कॉलेज भवन के उद्घाटन की मांग उठाई, लेकिन प्रशासन हर बार उद्घाटन को टालता रहा। इस बीच, तीन महीने पहले बनकर तैयार हुए कॉलेज भवन का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा था, जिससे छात्रों की समस्याएं बढ़ती गईं।
विधायक ने सुनी छात्रों की पीड़ा, खुद किया कॉलेज भवन का उद्घाटन
छात्रों की समस्याओं और मांगों के बीच उन्होंने कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा से भी संपर्क किया और अपनी परेशानी बताई। इस पर विधायक ने जिला कलेक्टर से बातचीत कर भवन के उद्घाटन को जल्द करवाने का आग्रह किया, लेकिन प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी और भवन का उद्घाटन लगातार टलता रहा। विद्यार्थियों की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए विधायक गणेश घोघरा ने सोमवार को रामसागड़ा पहुंचकर खुद ही कॉलेज भवन का उद्घाटन कर दिया। इस दौरान गांव के लोग और कॉलेज के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
प्रशासन को भनक नहीं
डूंगरपुर एसबीपी कॉलेज के प्रिंसिपल और नोडल ऑफिसर डॉ. गणेशलाल निनामा ने बताया कि कॉलेज भवन के उद्घाटन का कार्यक्रम सरकार और कॉलेज आयुक्तालय से तय होता है। अभी तक भवन को हैंडओवर भी नहीं किया गया है। निनामा ने कहा कि उद्घाटन को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं थी, और यह उद्घाटन नियमों के अनुसार नहीं हुआ है।