उदयपुर 24 जून / राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क की ओर से शनिवार को कुलपति सचिवालय के सभागार में मिशन ड्रग फ्री कैम्पस विषयक आयोजित एक दिवसीय जागरूकता शिविर की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो.़ एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि नशा समाज का सबसे बड़ा दुश्मन है। युवाओं में चरस, स्मैक, अफीम, गांजा के अलावा नशे की गोलिया, कैप्सूल और इंजेक्शन की बढ़ती लत चिंताका विषय है। इसका सीधा नुकसान देश को हो रहा है। भारत युवाओं का देश है आज बड़ी सख्यॉ में युवा ड्रग की चपेट में आ रहे है। समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया तो आने वाले समय में इसके दुष्परिणाम सामने आयेंगे। उन्होने कहा कि यह समस्या पंजाब, हरियाणा की साथ देश की सीमावर्ती इलाकों में यह समस्या बड़ी चुनौती है। इसके लिए शैक्षणिक संस्था व आमजन को आगे आकर इस पर अंकुश लगाना होगा। इसका मुख्य कारण व्यक्ति का अकेलेपन रहना, परिवार से दूरिया जैसे कई कारण है।
कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि डॉ. महावीर जैन, पूर्व मुख्य श्रम आयुक्त सतीश चन्द्र जोशी, विशिष्ठ अतिथि रश्मि सक्सेना ने कहा कि समाज में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें नशे की जड़ तक जाना होगा कि व्यक्ति के नशे के करने का कारण क्या है। नशा व्यक्ति के पूरे नरवस सिस्टम को ही खत्म कर देता है। आज पूरे देश में 5.9 करोड़ व्यक्ति ड्रग पर निर्भर है जिसमें 10 से 17 वर्ष के युवाओं की संख्यॉ ज्यादा है। इससे पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है और धीरे धीरे वह समाज से भी कट जाता है।
प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. अवनीश नागर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए जागरूकता शिविर की जानकारी दी।
संचालन डॉ. सीता गुर्जर ने किया जबकि आभार डॉ. लाला राम जाट ने दिया।