उदयपुर। शहर के जाने-माने रुमेटोलॉजिस्ट डॉ. मोहित गोयल को इंडियन रुमेटोलॉजी एसोसिएशन (IRA) यंग रुमेटोलॉजिस्ट ओरेशन से आज दिल्ली में सम्मानित किया गया।
यह सम्मान रुमेटोलॉजी के क्षेत्र में 40 वर्ष से कम आयु के रुमेटोलॉजिस्ट के लिए देश का उच्चत्तम सम्मान है एवं महत्वपूर्ण वैज्ञानिक योगदान के लिए दिया जाता है। इस प्रतिष्ठित सम्मान को प्राप्त करने वाले डॉ. गोयल राजस्थान के पहले रुमेटोलॉजिस्ट हैं। उन्हें यह सम्मान यशोभूमि, नई दिल्ली में 9 से 12 अक्टूबर को हुए इंडियन रुमेटोलॉजी एसोसिएशन के वार्षिक अधिवेशन इराकॉन 2025 में दिया गया।
रुमेटोलॉजी के क्षेत्र में डॉ. गोयल का योगदान क्लिनिकल प्रैक्टिस और रिसर्च दोनों में प्रभावशाली रहा है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय दोनों तरह के शीर्ष-स्तरीय जर्नल्स में कई लेख प्रकाशित किए हैं, जिनमें एनाल्स ऑफ़ द रूमेटिक डिसीज, द लांसेट रुमेटोलॉजी, और रुमेटोलॉजी (ऑक्सफोर्ड) शामिल हैं। उनके कुछ प्रकाशित लेखों को नेचर, द लांसेट, और एनईजेएम जैसे प्रसिद्ध जर्नल्स में उद्धृत किया गया है, जिससे वे देश के शीर्ष शोधकर्ताओं में से एक बन गए हैं। उन्होंने रह्यूमेटॉयड आर्थराइटिस, सोरायटिक आर्थराइटिस, एनकायलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस, आई.एल.डी. (गठिया में फेंफडे का रोग) एवं आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस में शोध कार्य किया है।
डॉ. गोयल ने कई शोध परियोजनाओं का नेतृत्व किया है और कई मल्टीसेंटर अध्ययनों को शुरू किया है। वे इंडियन जर्नल ऑफ़ रुमेटोलॉजी (IJR) और जर्नल ऑफ़ द रॉयल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियंस ऑफ़ एडिनबर्ग (JRCPE) के एसोसिएट एडिटर के रूप में भी कार्य करते हैं। डॉ. गोयल ने वैज्ञानिक लेखन पर कई कार्यशालाओं का आयोजन किया है और स्नातकोत्तर रुमेटोलॉजी के ग्यारह शोध-प्रबंधों का मार्गदर्शन किया है।
चिकित्सा के क्षेत्र में उनका यह बहुआयामी योगदान उन्हें रुमेटोलॉजी में एक अग्रणी युवा आवाज बनाता है।