डॉ. महिमा बिड़ला के तीन कॉपीराइट प्रकाशित: प्रबंधन क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान

उदयपुर। नारायणा बिजनेस स्कूल की निदेशक और आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ की प्रमुख डॉ. महिमा बिड़ला ने प्रबंधन के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता को नए आयाम देते हुए तीन महत्वपूर्ण कॉपीराइट प्रकाशित किए हैं। इन कॉपीराइट्स ने प्रबंधन शिक्षा को न केवल सुदृढ़ किया है, बल्कि संबंधित उद्योगों में नवाचार और व्यावहारिक समाधान प्रदान करने में भी सहायक भूमिका निभाई है।

नवीनतम कॉपीराइट: टेक्सटाइल उद्योग पर केंद्रित : डॉ. बिड़ला का तीसरा और नवीनतम कॉपीराइट वर्ष 2024 में पंजीकृत हुआ। इसका शीर्षक है “ऑप्टिमाइजिंग मैन्युफैक्चरिंग गांबा और 5S इन नागपुर टैक्सटाइल बिजनेस”। यह प्रकाशन विशेष रूप से नागपुर के वस्त्र उद्योग में विनिर्माण प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए गांबा और 5S तकनीकों के प्रभावी उपयोग पर आधारित है।

पूर्व प्रकाशित कॉपीराइट्स : डॉ. बिड़ला ने वर्ष 2022 में दो और कॉपीराइट्स प्रकाशित किए थे:

“कैटरिंग एंड फूड मैनेजमेंट सॉल्यूशन” – यह खाद्य प्रबंधन और खानपान सेवाओं के लिए नवीन समाधान प्रस्तुत करता है।

“ज्वेलरी प्रोडक्शन प्रोसेस इंप्रूवमेंट टेक्निक्स” – इसमें आभूषण निर्माण प्रक्रियाओं में सुधार के लिए प्रभावी तकनीकों का वर्णन है।

भारत सरकार की मान्यता : ये सभी कॉपीराइट भारत सरकार के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी इंडिया ऑफिस ऑफ द कंट्रोलर जनरल ऑफ पेटेंट्स, डिजाइन्स एंड ट्रेड मार्क्स द्वारा विधिवत मान्य और प्रकाशित किए गए हैं।

प्रबंधन शिक्षा को नई दिशा : डॉ. बिड़ला के यह माइक्रो केस स्टडीज प्रबंधन शिक्षा में विद्यार्थियों के लिए अत्यंत मूल्यवान शिक्षण सामग्री साबित हो रहे हैं। ये कॉपीराइट उद्योगों की बारीकियों और व्यावहारिक पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं, जिससे विद्यार्थियों की शैक्षणिक समझ और कौशल में वृद्धि होती है।

सहयोगात्मक प्रयास : डॉ. बिड़ला ने इन कॉपीराइट्स को देश के अन्य विद्वानों और विशेषज्ञों के साथ संयुक्त रूप से प्रकाशित किया है, जो प्रबंधन के क्षेत्र में उनके सहयोगात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। डॉ. महिमा बिड़ला के इन उत्कृष्ट योगदानों ने प्रबंधन क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित किए हैं और नारायणा बिजनेस स्कूल की प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है।

By Udaipurviews

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