उदयपुर 12, जून। बाल श्रम विरोध दिवस पर सोमवार को नारायण सेवा संस्थान में संगोष्ठी आयोजित की गई। संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने अध्यक्ष पद से बताया कि आज विश्व में 22 करोड़ बच्चे अपना बचपन खोकर श्रम साध्य कार्य करने को मजबूर है, इसके लिए सामाजिक परिवेश जिम्मेदार है। उन्होंने संस्थान में दिव्यांगता सुधारात्मक सर्जरी के लिए देश के विभिन्न भागों से अपने बच्चों को लेकर आए परिजनों से संवाद करते हुए कहा की बच्चे प्रायः मजदूरी के दौरान चोटिल ही नहीं होते महत्वपूर्ण अंगो से नाकाम भी हो जाते है। जो उन्हें ज़िन्दगी भर दंश दे जाते हैं। बच्चों को बजाय मजदूरी के शिक्षा और कौशल विकास के कार्यों से जोड़े। उन्होंने बच्चों के पोषण पर भी जोर दिया।
उन्होंने बच्चों के परिजनों को इस बात की शपथ दिलाई कि वे परिवार की किसी भी जटिल परिस्थिति के बावजूद बच्चों से श्रम साध्य कार्य नहीं करवाएंगे और उन्हें बचपन का पूरा अहसास कराते हुए स्कूल भेजकर उनके उज्जवल भविष्य को साकार करने में सहायक बनेंगे ।
बच्चों को मजदूरी के लिए मजबूर न करें : प्रशांत
