डूंगरपुर जिले के तालाबों को जन भागीदारी के सहयोग से स्वच्छ और सुंदर बनाएंगे : जिला कलेक्टर सिंह

: जिले में तालाब सफाई अभियान का शुभारंभ 16 मई से 
: जिले की सभी पंचायत समितियों में 10-10 तालाब चयनित किए
: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण प्रदेश समन्वयक गुप्ता ने जिला प्रशासन के साथ की बैठक
डूंगरपुर। डूंगरपुर जिले की समस्त पंचायत समिति के अंतर्गत ग्राम पंचायत में बने हुए तालाबों का रखरखाव, अतिक्रमण मुक्त और उचित साफ-सफाई रखने संबंधित अभियान प्रारंभ किए जाने को लेकर डूंगरपुर जिला प्रशासन के साथ स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण राजस्थान सरकार के प्रदेश समन्वयक के के गुप्ता ने एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में डूंगरपुर जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी हनुमान सिंह राठौड़ और अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पहाड़िया उपस्थित रहे।
बैठक में जिला कलेक्टर सिंह ने कहा कि जल का संरक्षण और संवर्धन किया जाना हम सभी का प्रथम दायित्व है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन इस विषय पर अत्यंत गंभीर है और इस जनजाति अंचल के निवासियों की पेयजल से जुड़ी समस्याओं और जल स्रोत संरक्षण से संबंधित सभी घटक पर कार्य करने के लिए कटिबद्ध है।
जिला कलेक्टर ने कहा कि आगामी 16 मई से डूंगरपुर जिले की सभी 12 पंचायत समिति में 10-10 ग्राम पंचायत के तालाबों का चयन कर तालाब सफाई अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत तालाब की भराव क्षमता, उचित साफ-सफाई, सफाई के दौरान निकलने वाला कचरा, सफाई कार्य में नियोजित श्रमिक संख्या, तालाब जल आवक मार्ग से अवरोध हटाना, तालाब में डीसिल्टिंग करना, अतिक्रमण मुक्ति और तालाब के घाट पर मरम्मत, रंगाई पुताई आदि कार्य किए जाएंगे। सभी कार्यों की जियो लोकेशन टैगिंग भी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इन सभी चयनित तालाबों पर स्थानीय जनसमुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी तथा उच्च स्तरीय मशीन संसाधन आदि का प्रबंध करते हुए तालाब सफाई अभियान के सभी लक्ष्य आगामी एक महीने में प्राप्त किए जाएंगे।
बैठक में गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बने हुए तालाब वहां के निवासियों के लिए पेयजल का प्रमुख स्रोत होते हैं इसके साथ ही गांव के पशु पक्षी और मवेशियों के लिए भी पीने के पानी का एकमात्र सहारा होते हैं तथा कृषि में भी सहायक होते है।
उन्होने कहा कि गांवों के तालाब हमारे पर्यावरण और समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। उनकी देखभाल और साफ-सफाई करना हम सबकी जिम्मेदारी है और इसी लक्ष्य को लेकर हम राजस्थान प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री महोदय श्री भजनलाल शर्मा के विजन स्वस्थ राजस्थान और जल युक्त राजस्थान को पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों के सरकारी आंकड़ों के आधार पर यह माना जा सकता है कि डूंगरपुर जिले में भूजल स्तर कम हो रहा है एवं धरती के पानी के टीडीएस स्तर भी वृद्धि हो रही है। इसकी रोकथाम के लिए जल संरक्षण तकनीक को लागू करना बहुत आवश्यक है।
इन ग्राम पंचायत के तालाबों पर होगा सफाई अभियान
मुख्य कार्यकारी अधिकारी राठौड ने बताया कि पंचायत समिति सागवाड़ा की ग्राम पंचायत घोड़ा फला, पाडला हांडलिया, वामसा, ओड, गड़ा झुमझी, टामटिया, वगेरी, पारडा सरोदा, बडगामा और कराड़ा, पंचायत समिति गलियाकोट की ग्राम पंचायत फोफलीबोर, घाटा का गांव, डैयाना, नादिया, बाबा की बार, भेमई, रातडिया और लिंबडिया, पंचायत समिति सीमलवाडा की ग्राम पंचायत निठाउवा, पीठ, झलाई, डूंका, धम्बोला, मेवडा, सरथुना, साकरसी, सादडिया और सीमलवाड़ा, पंचायत समिति चिखली की ग्राम पंचायत कुआं, उदडिया, चिखली, माला खोलडा, डुंगर सारण, धनगांव, पुनवाडा, बोडामली, सेंडोला और साकोदरा, पंचायत समिति झौंथरी की ग्राम पंचायत भींडा, रेंटा, रागेला, करावाडा, गैंजी, करावाडा, गंधवा, लाडसौर, चारवाडा, झौंथरी और पोहरी खातुरात, पंचायत समिति डुंगरपुर की ग्राम पंचायत गडा मौरेया, भाटपुर, गामडी देवल, देवल, पगारा, पाल गामडी, पाल माथुगामडा, पीपलादा और वागदरी, पंचायत समिति बिछीवाडा की ग्राम पंचायत चुण्डावाडा, धमलात फला, ओडा बडा, जेलाणा, झालुकुंआ, नवलश्याम, पंच महुडी, बिलपन और मेवाडा, पंचायत समिति दोवडा की ग्राम पंचायत वस्सी, घटाऊ, धावडी, फलोज, देव सोमनाथ, सवगढ़, रघुनाथपुरा, नरणिया, कहारी, डोलवर उपली, वलोता और दोवडा, पंचायत समिति आसपुर की ग्राम पंचायत वसुंधर छोटी, खलील, नांदली सागोरा, बडौदा, मोवाई, लीलवासा, खेडा आसपुर, रायकी और भेवडी, पंचायत समिति साबला की ग्राम पंचायत भाडगा, तालोरा, टेकला, सागोट, नांदली सागोरा, रिंछा, साबला, पिण्डावल, भाटोली और वणवासा में तालाब सफाई अभियान प्रारंभ किया जाएगा।
By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!