जिला प्रशासन ने मेले के मद्देनजर पूरी की तैयारी, श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि
डूंगरपुर, 01 फरवरी। आदिवासियों के कुंभ के नाम से प्रसिद्ध श्रीबेणेश्वर धाम मेले का बुधवार को शुभारंभ हुआ। बेणेश्वर पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद ने बेणेश्वर हरि मंदिर पर सप्तरंगी धर्म ध्वजा चढ़ाई। इस दौरान मानो, श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम तट बेणेश्वर धाम पर मेले में श्रद्धा, लोक संस्कृति और सामाजिक समरसता का बेजोड़ संगम देखा जा सकता है। पितरों की शांति के लिए पूजा कर तर्पण अर्पण और त्रिवेणी संगम में स्नान के बाद धाम पर स्थित बेणेश्वर शिवालय, राधा कृष्ण मंदिर, ब्रह्मा मंदिर, वाल्मिकी मंदिर में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती देखी जा सकती है।
डूंगरपुर जिला कलक्टर श्री एल. एन. मंत्री के निर्देशानुसार मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कोविड की वजह से दो वर्ष के अंतराल के बाद इस बार मेले को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। मेले में बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ सहित राज्य के अलग-अलग जिलों और सीमावर्ती राज्यों गुजरात, मध्यप्रदेश से भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
साबला उपखंड अधिकारी दिनेश चंद धाकड़ ने बताया कि मेले में प्रशासनिक एवं कानून व्यवस्था की पालना के लिए 1 फरवरी से 11 फरवरी तक मेला स्थल को बेणेश्वर कंट्रोल रूम, साबला रोड के घाट पर, आबुदरा घाट, शिव मंदिर एवं राधाकृष्ण मंदिर सहित अन्य ब्लाॅक में बांटा गया है।
प्रत्येक ब्लाॅक के लिए तीन पारियों में 24 घंटे प्रभारी, सहायक प्रभारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। श्रद्धालुओं की आवाजाही आराम से हो सके इसके लिये चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। सादा वर्दी में भी पुलिस के जवान तैनात हैं। ड्रोन के जरिए मेला स्थल पर निगरानी रखी जा रही है।
विभागीय प्रदर्शनी में दिखेगी विकास की झलक
बेणेश्वर मेले में राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं सहित अन्य विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से विभागीय योजनाओं, फ्लैगशिप योजनाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित सामग्री, कार्यक्रमों तथा योजनाओं के जीवंत दृश्य भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
श्रीबेणेश्वर धाम मेले में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
