जयदीप स्कूल में स्किल्स डेवलपमेंट वर्कशॉप
उदयपुर. फ्यूचर कल नहीं आज ही डिज़ाइन होता है , दुनिया हमे सिखायेगी की जो चल रहा है वो ही चलने दिया जाये लेकिन हमे सूचना है की हम दुनिया में क्यों आये । ये बात आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासनश्री मुनि सुरेश कुमार जी के सहवर्ती मुनि संबोध कुमार ‘मेधांश’ ने कही । वे सौभागपुरा स्थित जयदीप स्कूल में वर्सेटाइल पर्सनालिटी डेवलपमेंट विथ साइंस ऑफ़ लिविंग टेक्नोलॉजी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे ।उन्होंने कहा – ये अजीब है दुनिया पर फ्यूचर जनरेशन को मल्टी टैलेंटेड बनाने काफ़ितूर ही चढ़ गया, मगर अकादमिक सिस्टम का यह अध्याय अधूरा है वो स्वास लेना नहीं सीखा रही हैं जीवन विज्ञान संतुलित विकास सिखाता है ।
मुनीप्रवर का मानना था – हम जो भी सोचते है ज़िंदगी में समूचा ब्रह्मांड उन्हें हमसे मिलाने में जूट जाता है ।
हैप्पी लाइफ जीने के लिए ज़रूरी है कि हम जो मिल जाये उसमे खुशिया मना लो कल ये सब कुछ हमारे हिस्से में हो ना हो
मुनि ने उपस्थित सभी छात्र छात्राओं को अणुव्रत के परीक्षा में नक़ल नहीं करने अपशब्द बोलने व नशा नहीं करने की शपथ दिलाई वही जीवन विज्ञान के तनाव मुक्ति , संकल्प शक्ति जागरण , स्मृति विकास के प्रयोग करवाये साथ ही उन्होंने कहा हम सभी के दुनिया में आने का एक खाश मक़सद है बस उसे पहचाने और ज़िंदगी को सपनों को अर्पित कर दे ।
उन्होंने छात्र छात्राओं को हिदायत देते हुए कहा – ध्यान रखें आपकी वजह से आपके अभिभावकों के आँखों में आसूँ ना आए जिस दिन हमारी वजह से माता पिता के आँखों से आंसू आये उस दिन से सारी तपस्या उसके बहाव में बह जाता हूँ
स्वागत विद्यालय प्रधानाध्यपक डाॅ.देवेन्द्र कुमावत , व आभार श्रीमती निहारिका कुमावत ने जताया
मुनि श्री का परिचय समाज सेवी सौभाग नाहर ने देते हुए अणुव्रत साहित्य भेंट दी