उदयपुर की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने की मांग

उदयपुर। उदयपुर जिला कांग्रेस मीडिया सेंटर की ओर से अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें झीलों की नगरी उदयपुर की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक धरोहरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने की मांग की गई।

जिला कांग्रेस मीडिया सेंटर के अध्यक्ष ,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने ज्ञापन में कहा कि उदयपुर अपने ऐतिहासिक किलों, महलों, मंदिरों, बावड़ियों, घाटों, उद्यानों और झीलों के कारण न केवल राजस्थान बल्कि सम्पूर्ण भारत का गौरव है। यहां की स्थापत्य कला, मेवाड़ की वीरता, लोक संस्कृति, कला-संगीत और परम्पराएं इसे विश्व स्तर पर विशेष पहचान दिलाती हैं।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि अजंता-एलोरा, जयपुर सहित कई शहर यूनेस्को की सूची में पहले से शामिल हैं, जबकि उदयपुर जैसी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरें आज तक उस सूची में स्थान नहीं पा सकी हैं। यदि उदयपुर की धरोहरें इस सूची में शामिल होती हैं तो यह पूरे भारत के लिए गौरव की बात होगी।

ज्ञापन में  प्रमुख मांगें : राज्य एवं केंद्र सरकार के माध्यम से विशेष अनुशंसा पत्र भेजकर उदयपुर की धरोहरों को यूनेस्को की सूची में शामिल करवाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए ,धरोहरों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए ठोस योजनाएं बनाई जाएं,जनजागरूकता व सामाजिक संगठनों के सहयोग से व्यापक अभियान चलाया जाए, सांस्कृतिक विकास और संरक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम लागू किए जाएं।

पंकज शर्मा ने कहा कि यदि उदयपुर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया जाता है तो यहां की धरोहरों के संरक्षण को बल मिलेगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और राजस्थान की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत होगी।

इस  अवसर पर अशोक तंबोली, सुभाष चित्तौड़ा, कन्हैयालाल मेनारिया, संजय मंदवानी, लोकेश गकरेचा ,सज्जाद भाई, मांगीलाल मेघवाल, जमना गिरी, किरण,चतरु देवासी,बाबूलाल, विकास सहित
मीडिया सेंटर के कई पदाधिकारी, कार्यकर्ता, तथा उदयपुरवासी उपस्थित थे।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!