वासंतिक नवरात्रि पर किले माता मंदिर पर हुआ दर्शन-पूजन-गरबा रास

प्रतीक जैन
खेरवाड़ा, श्री रुद्राणी महाकालिका शक्तिपीठ (किले वाली माता मंदीर) में अनंत इच्छा चक्र की अपेक्षाएं लिए अपनी मन्नते मांगने जनसामान्य किले वाली माता के द्वार कतारों में अभिलाषा के साथ खड़ा रहता है। किले वाली माता वरदाता की पूरक है। मान्यता है कि इच्छापूर्णी माता के दर्शन से जनसामान्य के दुख-दर्द एवं विपदा का अंत हो जाता है। यह मंदीर एक गुफा पर निर्मित है जिसमें माता की सवारी सिंह रहने की चर्चा आबाल वृद्ध करते है। भोलेनाथ का प्रतीक इच्छाधारी सर्प यहाँ प्रत्येक रविवार और नवरात्रि में माता के दर्शनों को आता है जिसके कई कस्बेवासी गवाह हैं। मंदिर के महंत भारतभूषण ने बताया कि वासंतिक नवरात्रि पर मां की अनुकंपा प्राप्त करने किले मंदिर पर दर्शन-पूजन-गरबा रास से स्तवन करने श्रद्धालू  उमड़ रहे हैं । नवरात्रि में माता की नियमित पूजा अर्चना की जा रही है।

By Udaipurviews

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