पत्नी को भेजने के अगले दिन खुद भागने की तैयारी में था आरोपी, छह माह से था फरार
डूंगरपुर, 9 जुलाई। जिले की साइबर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। अंतरराज्यीय साइबर ठगी के एक आरोपी को छह महीने की फरारी के बाद दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी कुलदीप कलाल नेपाल के रास्ते भारत आया था और पत्नी को थाईलैंड भेजने के बाद खुद अगली फ्लाइट से वहां भागने की फिराक में था, लेकिन लुकआउट नोटिस के चलते एयरपोर्ट पर ही पकड़ लिया गया।जानकारी के अनुसार, कुलदीप कलाल निवासी झौथरी जनवरी में दर्ज साइबर ठगी के मामले में फरार चल रहा था। पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया हुआ था। हाल ही में वह नेपाल के रास्ते भारत आया और पत्नी को दिल्ली से थाईलैंड रवाना कर दिया। अगले दिन जब खुद फ्लाइट में सवार होने पहुंचा, तभी दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने लुकआउट नोटिस के आधार पर उसे डिटेन कर लिया और डूंगरपुर पुलिस के हवाले कर दिया।
ई-मित्र ऑपरेटर से ठगे लाखों रुपए : थानाधिकारी गिरधारी सिंह ने बताया कि शहर के बिलड़ी गांव निवासी अनिल कलाल ने 5 जनवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अनिल की ई-मित्र दुकान पर भावेश कलाल आया और 11 लाख रुपए की व्यवस्था के लिए खाता डिटेल मांगी। कुटुंबी होने पर अनिल ने खाता जानकारी दे दी। कुछ समय बाद कुलदीप नामक युवक अनिल की दुकान पर पहुंचा और नकद पैसे निकालने का दबाव बनाने लगा। कुल मिलाकर अनिल ने अपने और परिचितों के खातों से 8.75 लाख रुपए नकद देकर साइबर गिरोह के हाथों ठगी खा ली।
क्रिप्टो और महंगी जिंदगी का था शौक : जांच में सामने आया कि आरोपी कुलदीप समेत भावेश, प्रदीप, विजेश और दीक्षित कलाल जैसे युवक टेलीग्राम ग्रुप के जरिए अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह से जुड़े हुए थे। ये लोग म्यूल खातों का उपयोग कर देशभर में साइबर ठगी करते थे। ठगी की राशि को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर शाही जिंदगी जीने की तैयारी में थे। पुलिस ने इससे पहले गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
थाईलैंड, मलेशिया, नेपाल में काट रहा था फरारी : मुख्य आरोपी कुलदीप पिछले छह महीने से थाईलैंड, मलेशिया, नेपाल और इंडोनेशिया जैसे देशों में छिपकर रह रहा था। अब पुलिस उसकी फरारी में मदद करने वालों की भी पहचान कर रही है। साइबर थाना प्रभारी का कहना है कि मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। जल्द ही नए खुलासे की संभावना है। फिलहाल कुलदीप से सघन पूछताछ की जा रही है।