उत्सवी माहौल में 60 हजार किसानों तक पहुंचने का सिलसिला जारी

 विकसित कृषि संकल्प अभियान का छठ्ठा दिन
 हींता में महिला पुरुष किसनों का हुजूम उमड़ा
निःशुल्क कोठियां पाकर प्रफुल्लित दिखी महिलाएं

उदयपुर, 04 जून। नौतपा की विदाई पर अंगारे बरसाता आसमान और बीच-बीच में अंगड़ाई लेती बदलियां सुकून के छींटे देती प्रतीत हो रही थी। अवसर था- विकसित कृषि संकल्प अभियान। स्थान- ग्राम पंचायत हींता का विशाल परिसर। पूरे परिसर से धवल शामिंयाने के नीचे महिला-पुरुष किसानों का हुजूम पूरे मनोयोग से कृषि वैज्ञानिकों की बातों को आत्मसात करते हुए आसन्न खरीफ 2025 में अच्छे उत्पादन लेने को कृत संकल्पित नजर आए।

सच कहें तो पूरे परिसर में उत्वसी माहौल था। हो भी क्यों नहीं। हींता पंचायत समिति भीण्डर का वह भाग्यशाली गांव है जिसे माननीय राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे की पहल पर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने तीन वर्ष के लिए गोद ले रखा है। इस मौके पर तल्ख धूप के बावजूद महिलाओं का हुजूम अंत तक डटा रहा। एमपीयूएटी ने भी मुक्त हस्त से किसानों को भरपूर सहायोग किया। भारतीय तिलहन अनुसंधान संस्थान (आई.आई.ओ.आर.) हैदराबाद की ओर से तिलहन फसलों को बढ़ावा देने के लिए गांव की 50 अनुसूचित जाति की महिलाओं को स्टोरेज बीन (अनाज भण्डारण कोठियां) निःशुल्क प्रदान की गई। दो क्विंटल क्षमता वाली कोठी पाकर महिलाएं प्रफुल्लित दिखी। इसके अवाला 15 कृषकों को स्प्रेयर मशीन और दस किसानों को सोयाबीन प्रदर्शन के लिए बीज का वितरण किया गया। कुलपति डाॅ. अजीत कुमार कर्नाटक ने प्रतीकात्मक तौर पर कृषक श्रीमती कंचन बाई मेघवाल को कोठी, कृषक मिट्ठूलाल को स्पे्रयर मशीन (पौध संरक्षण यंत्र) और दूदाराम मेघवाल को 30 किलो सोयाबीन का उन्नत बीज जे एस 20-116 प्रदान किया।

इस पर महिलाएं उतावली हो गई और सभी महिलाएं अपनी-अपनी कोठियों के पास खड़ी हो गई। पूरे परिसर में कतारबद्ध कोठियों के अम्बार के पास खड़ी महिलाओं के साथ कुलपति डाॅ. कर्नाटक, अनुसंधान निदेशक डाॅ. अरविन्द वर्मा, डाॅ. आर.एल. सोनी, डाॅ. लतिका व्यास ने फोटो खिंचवाए। महिलाएं विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाकर खूब प्रफुल्लित दिखी। सुबह 11.00 बजे ’कृषक संवाद और गोष्ठी’ के रूप में चला कार्यक्रम शाम छः बजे तक जमा। कार्यक्रम समापन पर महिलाएं अपने सिर पर कोठियां लेकर हर्षित चेहरा लिए घर पहुंची।

दरअसल पूरे देश का कृषि तंत्र दिनांक 29 मई से आरम्भ हुए विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत् प्री-खरीफ अभियान चलाकर किसानों से सम्पर्क साधने में लगा है। राजस्थान में कृषि विज्ञान कन्द्रों की टीम, कृषि विभाग, एनबीएसएस, उद्यान विभाग के शीर्ष व फील्ड अधिकारी नित्य गांव-गांव जाकर किसानों से सम्पर्क कर उन्हें खरीफ में की जाने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी देने में जूटे हंै। यह अभियान 12 जून, 2025 तक जारी रहेगा। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री भारत सरकार श्री शिवराज सिंह चैहान ने देशभर मंे उत्सवी अभियान चलाकर किसानों तक सीधी पहुंच की संकल्पना को साकार रूप दिया है। इसी क्रम में एमपीयूएटी के अधीन 8 केवीके की टीमंे पूरे अभियान के दौरान लगभग 60 हजार किसानों तक पहुंचेगे।

By Udaipurviews

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