नेहरू, इंदिरा तथा राजीव गांधी के नाम पर बने ट्रस्टों को 80 जी के फायदे पर रोक को लेकर कहा राजधर्म निभाएं मोदी, छोटी सोच छोड़ें
उदयपुर। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने शनिवार को मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अड़ानी विवाद में उन्हें चुप्पी आश्चर्यजनक है। उन्होंने इसे भारत का सबसे बड़ा स्कैम बताते हुए इसकी जांच पार्लियामेंट्री कमेटी के जरिए कराए जाने की मांग की।
एक दिवसीय यात्रा पर उदयपुर आए कांग्रेस प्रवक्ता न कहा कि अब तक के सबसे बड़े स्कैम पर मोदी सरकार और अड़ानी दोनों चुप्पी साधे बैठे हैं। जबकि इसके चलते दो दिन में एलआईसी और स्टेट बैंक आफ इंडिया को डेढ़ लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। विश्व की दूसरे नंबर का अरबपति बनने के बाद एक रिपोर्ट के चलते बीसवें नंबर तक गिर जाने के बावजूद इसकी जांच नहीं कराई जा रही। जबकि प्रधानमंत्री को चाहिए था कि वह जोइंट पार्लियामेंट्री कमेटी का गठन कराते और इसकी जांच कराते।
उन्होंने पंड़ित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल, इंदिरा गांधी मेमोरियल तथा राजीव गांधी फाउंडेशन ट्रस्टों को डोनेशन दिए जाने पर 80 जी के तहत मिलने वाली छूट खत्म करने को छोटी सोच बताया। उन्होंने कहा कि क्या इन ट्रस्टों ने जनहित के काम नहीं किए और नहीं कर रहे। केवल इनकी गलती यह है कि यह देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, उन्होंनें देश की आजादी की नींव रखी थी, आयरन लेडी इंदिरा गांधी, जिन्होंने दुनिया के भूगोल को ही बदल दिया था तथा राजीव गांधी, जो देश में सूचना क्रांति लाए उनके नाम से हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छोटी सोच का परिचायक ही है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अब वक्त है मोदी राजधर्म निभाएं और अपनी सोच को विस्तृत करें।
उन्होंने कहा कि मोदी तो सत्तर सालों में अपने ही नेता रहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तक का नाम ले लेते है।वह कहते हैं कि सत्तर सालों में देश में कुछ नहीं हुआ, जबकि इन सालों में वाजपेयी भी सात साल तक प्रधानमंत्री रहे और उनके कार्यकाल को भी गिन लेते हैं।
