उदयपुर. लेकसिटी उदयपुर में पहली बार संगीत प्रेमियों और कलाकारों की और से बज्म- सुरों की महफिल कार्यक्रम का रंगारंग आगज मंगलवार को रोपण, प्रताप गौरव केंद्र के पास हुआ।उदयपुर के स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाया गया संगीत का पहला ऐसा मंच,जो उभरते हुए कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दे रहा है। दो दिवसीय इवेंट ‘बज्म’ में 16 परफॉर्मेंस में शहर के 41 म्यूजिक आर्टिस्ट हिस्सा लें रहे हैं। जिसमें 2 ग्रुप बैंड्स, 4 सोलो और 2 ड्यूअल परफॉर्मेंस होगी। इसमें बॉलीवुड, सूफी, राजस्थानी, मेवाड़ी, रॉक, क्लासिकल, स्प्रिचुअल जैसी विधाओं पर अलग अलग इंस्ट्रूमेंट्स के साथ लाइव परफॉर्मेंस हुई।
रागांश बैंड ने कबीर आधारित गानों पर दी परफॉर्मेंस
कार्यक्रम के पहले दिन रागांश बैंड ने कबीर के भजनों पर प्रस्तुति देकर ऑडियंस का दिल जीत लिया। बैंड ने मत कर माया को अहंकार, मत कर काया को अभिमान काया गार से काची,चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी,इस जगत सराए में मुसाफ़िर रहना दो दिन का,दो दिन की जिंदगी है दो दिन का मेला,मन लागो मेरो यार फकीरी में। जो सुख पावो राम भजन में, वो सुख नाहीं अमीरी में गीतों पर बैंड शानदार परफॉर्मेंस दी।
जैसी हो वैसी ही आ जाओ श्रृंगार को रहने दो….
किरण जोशी ने जैसी हो वैसी ही आ जाओ श्रृंगार को रहने दो…. राजस्थानी गीत मेंजला सैणंगारा मायलो राज भलो राठौरी रे,
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगानैनी रा जला…,
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड़ जाये तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा
गीतों पर प्रस्तुति दी।
हंगामा है क्यूँ बरपा…..
ड्यूअल परफॉर्मेंस में कमल बारेठ और सोनू शर्मा ने मेरे रश्के क़मर,हंगामा है क्यूँ बरपा,लग्न लगी गीतों पर परफॉर्मेंस दी। मयूर पंजवानी ने कंट्री साइट और पॉप म्यूजिक के गीत गांए। प्रतीक मेघवाल, अकील शेख, कविश,रिया भंडारी, प्रियांक कश्यप ने जोरदार परफॉर्मेंस दी। कार्यक्रम का संचालन मयंक वाधवानी ने किया।