• एक तरफ 50 लाख की रंगदारी मांगने वाला टॉप-10 अपराधी गिरफ्तार, तो दूसरी तरफ डंकी रूट से विदेश भागने की फिराक में बैठा 5000 का इनामी दिल्ली से दबोचा
जयपुर 7 दिसंबर। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार चूरू पुलिस ने अवैध आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण गैंग के खिलाफ एक साथ दो बड़ी कार्यवाहियां करते हुए दो सक्रिय गुर्गों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई अवैध वसूली, रंगदारी मांगने और समाज में भय का वातावरण उत्पन्न करने वाले अपराधियों के नेटवर्क पर एक सीधा प्रहार है।
चुरू जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि पहली कार्यवाही में रतनगढ़ पुलिस ने एक सर्राफा व्यापारी से ₹50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले का पर्दाफाश किया है। 4 सितंबर 2025 को व्यापारी हरीराम प्रजापत को एक विदेशी नंबर से कॉल आया था, जिसमें कॉलर ने खुद को रोहित गोदारा ग्रुप का वीरेंद्र चारण बताते हुए 50 लाख फिरौती की मांग की थी और न देने पर जान माल के नुकसान की धमकी दी थी।
सर्राफा व्यापारी को धमकाने वाला टॉप-10 अपराधी गिरफ्तार
थानाधिकारी गौरव खिड़िया के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के आधार पर गहन अनुसंधान किया। इसी कड़ी में पहले गैंग के सक्रिय गुर्गे उमर फारूख खान को गिरफ्तार किया गया था। अनुसंधान को आगे बढ़ाते हुए इस प्रकरण में वांछित और गैंग के टॉप-10 अपराधियों में शामिल गिरधारी लाल उर्फ विकास कुमार (20) निवासी भानीपुरा को शनिवार 7 दिसंबर को दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद हुए खुलासे में पता चला कि गिरधारी लाल जैसे स्थानीय गुर्गे चंद प्रलोभन में धनाढ्य लोगों, व्यापारियों और ज्वैलर्स के नाम, पते और मोबाइल नंबर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से विदेशों में छिपे गैंग के मुख्य सरगनाओं तक पहुंचाते हैं। सरगना फिर इन नागरिकों को कॉल कर जान-माल के नुकसान की धमकी देकर रंगदारी मांगते हैं, जबकि स्थानीय गुर्गे रंगदारी की राशि और अवैध हथियारों को ट्रांसपोर्ट करने का काम करते हैं।
AGTF की बड़ी स्ट्राइक: उड़ने से पहले पिंजरे में कैद हुआ ‘बॉक्सर’
दूसरी बड़ी सफलता चूरू की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स को मिली। टीम ने रोहित गोदारा गैंग के सदस्य नवीन बॉक्सर के बचपन के साथी अमित उर्फ गोलू उर्फ बॉक्सर को दिल्ली से गिरफ्तार किया। अमित पर ₹5000 का ईनाम घोषित था और वह पिछले 8 साल से फरार चल रहा था।
एजीटीएफ टीम जिसकी कमान सहायक पुलिस अधीक्षक अभिजित पाटील संभाल रहे थे ने अभियुक्त के मूवमेंट, ठिकानों और नेटवर्क पर लगातार निगरानी रखी। पुख्ता सूचना के आधार पर टीम ने दिल्ली में दबिश दी और आरोपी अमित उर्फ गोलू को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। आरोपी अमित 2017 से न्यायालय में पेश नहीं हो रहा था और पिछले दो साल से डंकी रुट के जरिए विदेश भागने की फिराक में था।
आरोपी अमित उर्फ गोलू उर्फ बॉक्सर निवासी गौरीपुर थाना सदर भिवानी हरियाणा वर्ष 2016 में थाना सालासर क्षेत्र में नवीन बॉक्सर के साथ मिलकर हाईवे पर हुई एक डकैती की घटना में शामिल था। जमानत मिलने के बाद वह 2017 से ही फरार चल रहा था। पुलिस ने विदेश भागने की उसकी कोशिशों को नाकाम कर दिया है। दोनों आरोपियों से आगे की पूछताछ और उनके नेटवर्क के अन्य सक्रिय सदस्यों की तलाश जारी है।
